उत्तरी पाकिस्तान पर बना पश्चिमी विक्षोभ और यहां बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र जल्द ही भारतीय भागों तक पहुंचेगे। यह सिस्टम उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों को 22 अप्रैल से प्रभावित करना शुरू करेगा। इसके चलते जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
इन बदलावों से मैदानी भागों में भी तापमान में हल्की कमी होगी। पंजाब और हरियाणा के तराई वाले भागों में इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। स्काईमेट का अनुमान है कि जालंधर, पठानकोट, चण्डीगढ़ और अंबाला में गरज के साथ हल्की वर्षा हो सकती है।
हालांकि दिल्ली में बारिश की झलक मिलने के आसार नहीं हैं। उत्तरी राजस्थान में धूल भरी आंधी चलने की संभावना है।
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में हल्की से मध्यम प्री-मानसून बारिश जारी रह सकती है। यहां बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के प्रभाव से विषेश बारिश असम और मेघालय में देखने को मिलेगी।
इधर मराठवाड़ा पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ है। इस सिस्टम से एक ट्रफ रेखा नीचे तक बनी हुई है। इन मौसमी सिस्टमों के चलते दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में एक-दो स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं।
पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखण्ड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मराठवाड़ा में भीषण लू का प्रकोप गुरूवार को भी जारी रहेगा। तेलंगाना और रायलसीमा भी अब लू की चपेट में हैं।