उत्तर भारत के पर्वतीय भागों में मौसम साफ और शुष्क रहेगा। हालांकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ 16 अप्रैल से उत्तर पर्वतीय राज्यों को प्रभावित कर सकता है। यह सिस्टम अधिक प्रभावी नहीं है हालांकि जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में इसके प्रभाव से कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज की जाएगी।
मैदानी भागों में मौसम शुष्क रहेगा। तेज़ धूप और गर्म हवाओं का प्रभाव अब इन भागों में भी बढ़ता जा रहा है जिससे यहां के तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि देखने को मिलेगी।
पूर्वोत्तर भारत में असम और मेघालय के पास चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से पूर्वोत्तर राज्यों में हल्की से मध्यम वर्षा कुछ स्थानों पर जारी रहेगी। बीते 24 घंटों में सबसे अधिक वर्शा वाले स्थान चेरापूँजी में 205 मिलीमीटर वर्शा रिकॉर्ड की गई है।
मराठवाड़ा से दक्षिणी तमिलनाडु के करीब से कोमोरिन तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। इसके प्रभाव से केरल तथा तमिलनाड़ु के आंतरिक भागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। यानि कि दक्षिण और पूर्व के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर देश के शेष हिस्सों में शुक्रवार को मौसम शुष्क बना रहेगा।
पूर्व में ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भीषण लू का प्रकोप शुक्रवार को भी जारी रहेगा।
इधर राजस्थान और गुजरात में दिन के तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोत्तरी हुई है। अगले 48 घंटों के दौरान इसमें और वृद्धि हो सकती है।
दक्षिण और मध्य भारत में भी गर्मी बढ़ रही है। यहां तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सहित विदर्भ में दिन का तापमान 40 डिग्री से ऊपर बना रहेगा। इन भागों में शुष्क मौसम के चलते अगले कुछ दिनों तक राहत की उम्मीद फिलहाल नज़र नहीं आ रही है।