14 अप्रैल के लिए मौसम पूर्वानुमान: ओड़ीशा, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में भीषण लू का प्रभाव

April 13, 2016 3:45 PM | Skymet Weather Team

 

स्काईमेट ने 2016 के लिए अपना मॉनसून पूर्वानुमान जारी कर दिया है। दो साल के सूखे के बाद सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है जिससे किसानों को राहत मिलेगी। लेकिन पानी के लिए तरस रहे और सूख रहे इलाकों में मॉनसून से पहले होने वाली बारिश कुछ राहत पहुंचाएगी या नहीं यह अभी स्पष्ट नहीं है।

इस बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के भागों को 15 अप्रैल से प्रभावित करेगा। फिलहाल पर्वतीय राज्यों में आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे और मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहेगा। हालांकि जम्मू कश्मीर के पूर्वी सीमा वाले क्षेत्रों में हल्की वर्शा देखने को मिल सकती है।

मैदानी भागों में चिलचिलाती धूप से गर्मी बढ़ेगी। लेकिन तेज़ उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रवाह बना रहेगा जो तापमान पर नियंत्रण बनाए रखेगा।

पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र आगे बढ़ते हुए असम और मेघालय के पास पहुंच गया है। हिमालय से सटे पश्चिम बंगाल से बंगाल की खाड़ी के उत्तर तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। इसके प्रभाव से अरूणाचल प्रदेश और असम में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्शा हो सकती है। कहीं-कहीं ओले पड़ने और तेज़ झोंकेदार हवाएं भी चलने का अनुमान है। पूर्वोत्तर भारत में सप्ताह के आखिरी दिनों में बारिश बढ़ सकती है।

प्रायद्वीपीय भारत में बारिश की बात करें तो यहां तेलंगाना पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इससे एक ट्रफ रेखा उत्तरी केरल के तटीय भागों तक बन गई है। संभावना है कि केरल और कर्नाटक के तटवर्ती क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर गरज के साथ बौछारें दर्ज की जाएंगी।

इस बीच देश के कई हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में हैं। बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में लू से राहत के आसार नहीं है। पश्चिम बंगाल के डायमण्ड हार्बर क्षेत्र और ओडिशा के उत्तरी तटवर्ती भाग भीषण लू की गिरफ्त में होंगे। तेलंगाना और इससे सटे छत्तीसगढ़ में भी गुरूवार को लू चलने की संभावना है।

मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में साफ और शुष्क मौसम के बीच अगले 48 घंटों के दौरान तापमान में 2°C से 3°C की बढ़ोत्तरी हो सकती है।

 

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