अभी अप्रैल का पहला पखवाड़ा भी नहीं बीता है और देश के पूर्वी राज्यों में पारा 45 डिग्री को पार कर गया है। देखने वाली बात होगी कि मई में गर्मी का रूख क्या रहता है। फिलहाल एक नज़र बुधवार के मौसम पर।
उत्तर भारत के पास आ रहा पश्चिमी विक्षोभ उत्तरवर्ती होकर निकल रहा है, जिससे उत्तर भारत के पर्वतीय भागों में महज़ एक-दो स्थानों पर ही वर्षा होने की संभावना है। सप्ताहांत से पहले कोई सक्रिय मौसमी सिस्टम आने के आसार नहीं हैं। दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में सुबह सुहावनी होगी। दिन गर्म रहेगा, लेकिन तेज़ उत्तर पश्चिमी हवाओं के चलते तापमान नियंत्रण में बना रहेगा।
पूर्वोत्तर भारत में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। सप्ताह के आखिरी दिनों में बारिश की तीव्रता और इसके दायरे में कुछ बढ़ोत्तरी पूर्वोत्तर राज्यों में देखने को मिल सकती है।
प्रायद्वीपीय भारत की बात करें तो यहां बीते कई दिनों से विंड डिस्कन्टीन्यूटी बनी हुई है जिसके चलते इस ट्रफ के आसपास छिटपुट वर्षा होने की संभावना है।
पूर्वी राज्यों में लू से राहत के आसार नहीं हैं। हिमालयी पश्चिम बंगाल से ओडिशा तक एक ट्रफ रेखा बन रही है लेकिन भीषण गर्मी से उबल रहे इन दोनों राज्यों को इससे विशेष राहत नहीं मिलेगी।
बिहार और झारखण्ड में भी कुछ स्थानों पर लू का प्रभाव बने रहने की संभावना है। विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में तापमान में बढ़ोत्तरी का सिलसिला शुरू होगा जिससे इन भागों में जल्द ही लू चलने लगेगी।
इधर पश्चिम में गुजरात में पिछले कुछ दिनों से तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ था जिसमें अब बढ़ोत्तरी शुरू हो गई है। राज्य के तटीय भागों में बुधवार को गर्मी और उमस बढ़ जाएगी।