एक निम्न दबाव का क्षेत्र ओडिशा और इससे सटे भागों पर पहुँच गया है। यह सिस्टम मॉनसून को फिर से प्रभावी करेगा। खासकर मध्य और पूर्वी भारत में। शुरुआत गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड से होगी। इनमें कई स्थानों पर अच्छी वर्षा हो सकती है। असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश सहित पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश बढ़ने की संभावना है। बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम में मॉनसून कमजोर रहेगा। हालांकि छिटपुट वर्षा हो सकती है। वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़, प्रयागराज और प्रतापगढ़ में भी मॉनसून के कमजोर रहने की संभावना है। लेकिन कानपुर, बांदा, झाँसी, लखनऊ, सीतापुर, बरेली सहित उत्तर प्रदेश के मध्य और पश्चिमी भागों में कहीं-कहीं बारिश के आसार हैं।
देश के मध्य भागों पर निम्न दबाव का असर जल्द दिखना शुरू हो जाएगा। मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों और छत्तीसगढ़ में बारिश बढ़ने की संभावना है। साथ ही मध्य भारत में बनी मॉनसून ट्रफ और गुजरात के पास सक्रिय चक्रवाती क्षेत्र के कारण भुज और नलिया सहित गुजरात के कच्छ क्षेत्र में मध्यम से भारी बारिश 29 अगस्त को भी हो सकती है। गुजरात के बाकी हिस्सों, दक्षिणी राजस्थान और कोंकण गोवा क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है। मुंबई में भी हल्की बारिश के आसार हैं। कहीं कहीं मध्यम बौछारें भी गिर सकती हैं।
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दक्षिणी राज्यों में केरल पर मॉनसून लगातार होगा मेहरबान। मध्यम से भारी बारिश होगी जबकि दक्षिणी तटीय कर्नाटक में कुछ स्थानों पर मध्यम बौछारें गिरेंगी। दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में भी मॉनसून वर्षा होने के आसार हैं। लेकिन उत्तरी कर्नाटक के आंतरिक हिस्सों और रायसलीमा में मॉनसून कमजोर रहने वाला है। अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में मध्यम से भारी बौछारें गिर सकती हैं।
उत्तर भारत के राज्यों में पहाड़ों पर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है। पंजाब के तराई क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा की उम्मीद है। लेकिन पंजाब के बाकी भागों, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर और उत्तरी राजस्थान में मॉनसून कमजोर होगा। बारिश की उम्मीद नहीं है। गर्मी बरकरार रहेगी।
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