मॉनसून ट्रफ अब गुजरात पर आ गई है। साथ ही एक सर्कुलेशन गुजरात के कच्छ पर बना हुआ है। यानि अब बारी गुजरात की भी है।
उम्मीद है कि बनासकांठा, पाटन, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, रतलाम और उज्जैन सहित गुजरात, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और इससे सटे मध्य प्रदेश के भागों में मध्यम से भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
भोपाल, जबलपुर, सागर, सतना सहित मध्य प्रदेश के बाकी हिस्सों में बारिश कम हो जाएगी। हालांकि इन भागों और छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर बारिश जारी रहने के आसार हैं।
दूसरी ओर महाराष्ट्र पर मॉनसून कमजोर हो जाएगा। लेकिन तटीय इलाकों खासकर दक्षिणी कोंकण गोवा में मध्यम वर्षा के आसार बने रहेंगे।
पूर्वी भारत में मॉनसून बहुत प्रभावी नहीं होगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों में मौसम शुष्क रहेगा।
हालांकि यहाँ बने चक्रवाती क्षेत्र के प्रभाव से बंगाल की खाड़ी से आर्द्र हवाओं का फ़्लो बना रहेगा जिससे ओड़ीशा, दक्षिणी झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बौछारें गिर सकती हैं। इन राज्यों में पूरी, झारसुगुदा, बांकुरा, पुरुलिया और जमशेदपुर तथा आसपास के शहरों में बारिश होगी।
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दक्षिणी राज्यों में केरल और तटीय कर्नाटक पर मॉनसून का प्रभाव लगातार बना रहेगा। उम्मीद है कि 28 अगस्त को भी इन भागों में मध्यम से भारी बारिश देखने को मिलेगी।
तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कुछ स्थानों पर हल्की और कहीं-कहीं मध्यम बौछारें गिर सकती हैं। दक्षिण भारत के बाकी क्षेत्रों पर मॉनसून मेहरबान नहीं होगा और हल्की छिटपुट वर्षा से ज़्यादा की उम्मीद नहीं कर सकते।
दूसरी ओर संघ शासित क्षेत्रों अंडमान व निकोबार तथा लक्षद्वीप में मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं।
देश के उत्तरी क्षेत्रों में इस समय ऐसा लग रहा है जैसे मॉनसून वापस चला गया है। तेज़ धूप से गर्मी बढ़ गई है। बुधवार को भी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लगभग सभी शहरों में मौसम शुष्क रहेगा। तापमान सामान्य से ऊपर चला जाएगा। हालांकि हवाओं में अधिक नमी और अधिक तापमान के कारण कुछ स्थानों पर अचानक बादल बनने और बारिश होने की संभावना बनी रहेगी।
दूसरी ओर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने के आसार हैं।
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