शुरुआत मध्य भारत से क्योंकि मॉनसून अब भी मध्य भारत पर ही अधिक मेहरबान है। मॉनसून ट्रफ उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर सक्रिय है।उत्तरी और पूर्वी राजस्थान पर मध्यम से भारी बारिश होगी। चुरू, नागौर, जयपुर, अजमेर, अलवर, बारन, भीलवाड़ा में तेज़ बारिश की संभावना है। मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी वर्षा के आसार हैं। विदिशा, दमोह, जबलपुर, भोपाल, उज्जैन सहित मध्य और पश्चिमी जिलों पर बारिश का ज़ोर अधिक होगा।
उत्तरी छत्तीसगढ़ में लंबे समय से बारिश कम हो रही थी। अब इन भागों में भी बढ़ेगी बारिश। लेकिन महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र में वर्षा में कमी आने की संभावना है। दूसरी ओर गुजरात में जहां पिछले दिनों मॉनसून ने ज़बरदस्त तबाही मचाई है, 2 जुलाई को भी वलसाड, सूरत, बड़ौदा, अहमदाबाद, जूनागढ़, वेरावल, राजकोट, सुंदरनगर सहित कई शहरों में मध्यम बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं अच्छी वर्षा की संभावना भी बन सकती है। मुंबई में हल्की वर्षा के आसार हैं। लेकिन सतारा, पुणे नाशिक सहित मध्य महाराष्ट्र के शहरों में अच्छी वर्षा की संभावना है।
Click the image below to see the live lightning and thunderstorm across India
उत्तर भारत में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मध्यम बौछारें गिर सकती हैं। इन राज्यों में कुल्ली, मंडी, हमीरपुर, कांगड़ा, उना, बिलासपुर, चंपावत, नैनीताल, अल्मोड़ा, देहारादून, हरिद्वार और ऋषिकेश में अच्छी वर्षा के आसार हैं।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर मॉनसूनी फुहारें गिर सकती हैं। हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, सहारनपुर जैसे कुछ शहरों में मध्यम बौछारें गिर सकती हैं। पूर्वी भारत के मौसम मौसम का हाल देखें तो मॉनसून की अक्षीय रेखा का पूर्वी सिरा भी उत्तरी में जा रही है। इसके चलते पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में बारिश बढ़ने की संभावना है।
लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, प्रयागराज, जौनपुर, वाराणसी, पटना, गया, नवादा, डाल्टनगंज सहित इन राज्यों के कई शहरों पर मॉनसूनी बौछारें गिर सकती हैं। ओड़ीशा, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में भी हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। लेकिन कोलकाता पर मॉनसून की मेहरबानी की उम्मीद कम है। दक्षिण भारत में तटीय कर्नाटक पर मॉनसून सक्रिय हो रहा है। यहाँ मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। तटीय आंध्र प्रदेश में थोड़े समय के लिए बारिश हो सकती है जबकि तेलंगाना में वर्षा कम हो जाएगी। चिंता की बात दक्षिणी अंधरिक कर्नाटक और तमिलनाडु के लिए है जहां बारिश की उम्मीद कम है।
Any information taken from here should be credited to skymetweather.com