कल यानि 16 अगस्त को बांग्लादेश और उससे सटे आसपास के भागों में बना चक्रवती हवाओं का क्षेत्र अब मुख्य भूभाग में प्रवेश कर चुका है। और इस समय गंगीय पश्चिम बंगाल और झारखंड में निम्न दबाव क्षेत्र के रूप में विकसित है। मॉनसून ट्रफ रेखा भी इस समय सक्रिय है और पूर्वी भारत की ओर आगे बढ़ रही है। झारखंड और बिहार के ज़्यादातर जगहों पर अगले 24 घंटों के दौरान बारिश की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी के आसार हैं। झारखंड के बोकारो, रांची तथा गुमला में मूसलाधार बारिश के साथ बिहार के गया, नवादा, औरंगाबाद और चंपारण में भी मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।
राज्य के अधिकांश स्थानों पर आकाशीय बिजली के साथ मध्यम वर्षा देखी जा सकती है। वहीं कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश की भी उम्मीद है। गंगीय पश्चिम बंगाल में बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी। तथा राज्य के ज़्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम तीव्रता वाली बारिश देखी जा सकती है।ओड़ीशा में अलग अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं जबकि पूर्वोत्तर भारत के उप हिमालय पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है
उत्तर भारत की बात करें तो एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पूर्वी भागों की ओर आगे बढ़ रहा है जबकि हरियाणा के भागों पर बना निम्न दबाव क्षेत्र मॉनसून ट्रफ रेखा के साथ मिल गया है।इस मौसम प्रणाली के कारण पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी। जबकि उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिमी भागों में बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती हैं।
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पंजाब और हरियाणा के पूर्वी भागों सहित दिल्ली और उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भागों में हल्की से मध्यम बारिश देखी जा सकती है। वहीं, इस दौरान बरेली, रुड़की, सहारनपुर और मुरादाबाद में भारी बारिश का अनुमान है। हिमाचल और जम्मू कश्मीर में पिछले दिनों के मुक़ाबले बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी। लेकिन तब भी हिमाचल और उत्तराखंड में मध्यम बारिश का दौर जारी रह सकता है। लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ जैसे हालात भी बन सकते हैं। मध्य भारत की बार करें तो छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में निम्न दबाव क्षेत्र की मौजूदगी के कारण बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। राज्य के अम्बिकापुर, पेंडरा, सतना, उमरिया तथा जबलपुर में मध्यम बारिश देखी जाएगी।
कच्छ में मौसम मुख्य रूप से शुष्क बना रहेगा। वहीं गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की उम्मीद है।मुंबई और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में भी हल्की बारिश बनी रह सकती है।अंत में दक्षिण भारत की बात करें तो चेन्नई और उससे सटे आसपास के भागों पर बना चक्रवती हवाओं का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है तथा ट्रफ रेखा भी पूर्वी तटीय इलाकों की ओर आगे बढ़ रही हैं।
पश्चिमी तटीय भागों पर बना अप तटीय ट्रफ रेखा भी अब लगभग कमजोर हो गया है। इन मौसमी प्रणालियों की वजह से तटीय कर्नाटक, उत्तरी केरल तथा गोवा में हल्की से मध्यम बारिश देखी जा सकती है। जबकि आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिल नाडु के तटीय भागों सहित तेलंगाना के एक दो स्थानों पर मध्यम तीव्रता के साथ बारिश हो सकती है।बेंगलुरु में भी हल्की बारिश तथा चेन्नई में मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं, हैदराबाद में हल्की बारिश देखी जा सकती है।
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