वर्तमान में, मॉनसून की अक्षीय रेखा हरदोई, वाराणसी, हजारीबाग, बांकुरा, बागती और बांग्लादेश की पूर्वोत्तर खाड़ी में दक्षिण-पूर्व की ओर बढ़ रही है, इसका पश्चिमी छोर हिमालय के तराई इलाकों से जा रहा है।
इसके मद्देनजर, मॉनसून उत्तराखंड, उत्तर और पूर्वी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और तटीय तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में सक्रिय रहा।
खजुराहो से प्रमुख वर्षा का योगदान आया और यहाँ 86 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गयी, कुड्डालोर और परंगीपेटाई 80 मिमी वर्षा दर्ज की गयी।
30 अगस्त को, देश भर के बारिश के आंकड़े की कमी 6% पर स्थिर रही। क्षेत्रीय बारिश के आंकड़े की बात करें तो दक्षिण प्रायद्वीप में बारिश अधिशेष 9% है, मध्य भारत में केवल -1% की कमी देखि गयी। जबकि, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत 24% कम और उत्तर-पश्चिम भारत में 4% कम वर्षा हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान, सक्रिय मॉनसून की स्थिति गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के हिस्सों में दिखाई देगी, जहाँ हल्की से मध्यम वर्षा होने की उम्मीद है। कुछ हिस्सों में भारी वर्षा हो सकती है।
Click the image below to see the live lightning and thunderstorm across India
इस बीच, सामान्य मॉनसून की स्थिति पूर्वोत्तर राज्यों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, कोंकण और गोवा, विदर्भ, तटीय कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में जारी रहेगी। ये क्षेत्र हल्की से मध्यम वर्षा रिकॉर्ड कर सकते हैं।
देश के बाकी हिस्सों में मॉनसून कमज़ोर रहेगा।
Please Note: Any information picked from here should be attributed to skymetweather.com