30 सितंबर 2017 के लिए मॉनसून पूर्वानुमान: मॉनसून की वापसी उत्तर-पश्चिम भारत से शुरू

September 29, 2017 4:39 PM|

 

स्काइमेट के पूर्वानुमान के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2017 का प्रदर्शन सामान्य से कम रहा और अब मॉनसून की वापसी भी शुरू हो गई है। उत्तरी अरब सागर, कच्छ, पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों से मॉनसून लौट चुका है। देश के शेष भागों से भी मॉनसून की वापसी के लिए मौसमी परिदृश्य अनुकूल है। इस बीच पिछले 24 घंटों के दौरान मॉनसून का सबसे व्यापक प्रदर्शन दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र, तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में देखने को मिला। इन भागों में भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई। पूर्वोत्तर में असम और नागालैंड में भी मॉनसून व्यापक रूप में प्रभावी रहा और इन राज्यों में मध्यम से भारी बारिश हुई।

पूर्वोत्तर भारत के शेष राज्यों, तटीय ओड़ीशा, विदर्भ, केरल, दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में सक्रिय मॉनसून के चलते हल्की से मध्यम वर्षा हुई है। पश्चिम बंगाल, झारखंड, आंतरिक ओड़ीशा, छत्तीसगढ़, उत्तरी और आंतरिक तमिलनाडु में सामान्य मॉनसूनी हलचल रही और हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई।

पिछले 24 घंटों के दौरान चेरापुंजी में सबसे अधिक 128 मिलीमीटर वर्षा हुई। उत्तरी लखीमपुर में 114 और शिराली में 107 मिलीमीटर की भारी बारिश रिकॉर्ड की गई।

28 सितंबर तक देश भर में कुल बारिश का आंकड़ा सामान्य से 6 फीसदी कम 94 प्रतिशत पर ही रहा। उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से 10 फीसदी कम, मध्य में 6 प्रतिशत कम और दक्षिण भारत में 1 फीसदी कम वर्षा अब तक हुई है।

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मॉनसून का सबसे अच्छा प्रदर्शन पश्चिमी असम में देखने को मिल सकता है। यहाँ मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। कोंकण गोवा, दक्षिणी-मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, रायलसीमा और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सक्रिय रहेगा। इन भागों में मध्यम वर्षा हो सकती है। एक-दो इलाकों में भारी वर्षा का भी अनुमान है।

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पूर्वोत्तर भारत के शेष राज्यों, पश्चिम बंगाल, बिहार, ओड़ीशा, दक्षिणी छत्तीसगढ़, तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, रायलसीमा तथा उत्तरी तमिलनाडु में सामान्य मॉनसून के बीच हल्की से मध्यम बौछारें दर्ज की जा सकती हैं।

 

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