देश के अधिकांश इलाकों में मॉनसून सुस्त है। लोग बारिश के इंतज़ार में हैं। इस बीच अगर हम पिछले 24 घंटों के दौरान मॉनसून के प्रदर्शन की बात करें तो कोंकण गोवा और तटीय कर्नाटक में भारी बारिश हुई है। दक्षिणी गुजरात, मध्य प्रदेश के कई भागों, दक्षिणी छत्तीसगढ़, विदर्भ, उत्तरी तटीय ओड़ीशा, तेलंगाना, केरल और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में भी मॉनसून की सक्रियता के चलते हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई। आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में भी सामान्य मॉनसून वर्षा हुई है।
इस दौरान कारवार में सबसे अधिक 92 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। हरनई में 80 और वर्धमान में 71 मिलीमीटर बारिश देखने को मिली।
बारिश के आंकड़ों में कमी जारी है। 14 सितंबर तक देशभर में सामान्य से 6 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। इसमें उत्तर और मध्य भारत में सामान्य से 9 प्रतिशत कम जबकि दक्षिण और पूर्वी भारत में सामान्य से 2 फीसदी कम बारिश हुई है।
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मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय पश्चिम में हिमालय के तराई क्षेत्रों में पहुँच गई है जबकि पूर्व में यह रांची और दिघा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।
अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिणी गुजरात, तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सक्रिय रहेगा। इन भागों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम और एक-दो जगह भारी वर्षा होने के आसार हैं।
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इसके अलावा रायलसीमा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, ओड़ीशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड के भी कुछ इलाकों में मॉनसूनी हलचल जारी रहेगी। इन भागों में हल्की वर्षा के बीच एक-दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है।
देश के बाकी भागों में मौसम शुष्क बना रह सकता है।
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