मॉनसून की अक्षीय रेखा श्री गंगानगर, अलवर, नौगाँव, सीधी, अम्बिकापुर, चायबासा, दीघा, और फिर पूर्वीमध्य बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
पिछले 24 घंटों के दौरान, मॉनसून का प्रदर्शन गुजरात, मध्य प्रदेश, विदर्भ, दक्षिण कोंकण गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल, तेलंगाना के कुछ हिस्से, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड पर सबसे अच्छा रहा।
पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक वर्षा खंडवा को मिली जहां 149 मिमी बारिश दर्ज़ की गयी, वहीं महाबलेश्वर में 136 मिमी, और वलसाड में 111 मिमी वर्षा रेकॉर्ड की गई।
[yuzo_related]
11 जुलाई तक देश भर के बारिश के आंकड़े में 8% की कमी आ गयी है। क्षेत्रीय बारिश के आंकड़े की बात करें तो सिर्फ दक्षिण भारत में 13% अधिक वर्षा हुई है, जबकि उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 11%, 2% और 27% की कमी है।
अगले 24 घंटों के दौरान; दक्षिणपूर्व राजस्थान, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से, दक्षिण गुजरात, कोंकण गोवा, पश्चिम मध्य प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश, और तेलंगाना में मॉनसून का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहेगा और यहाँ मध्यम से भारी वर्षा की उम्मीद है।
मुंबई की बात करें तो यहाँ वर्षा हल्की ही रहेगी और बारिश की तीव्रता 14 जुलाई के आसपास बढ़ेगी।
वहीं सामान्य मॉनसून की स्थिति के साथ, पूर्वी बिहार, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, आंतरिक कर्नाटक, उत्तरी तमिल नाडु, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा की उम्मीद है।
Click the image below to see the live lightning and thunderstorm across India
हालांकि, मॉनसून पश्चिम राजस्थान, कच्छ, बिहार के बाकी हिस्से, दक्षिणी तमिल नाडु, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मिज़ोरम और त्रिपुरा में कमजोर रहेगा।
Please Note: Any information picked from here should be attributed to skymetweather.com