दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिणी गुजरात, उत्तरी कोंकण गोवा और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में व्यापक रूप में सक्रिय रहा। तटीय कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल, झारखंड और कोंकण गोवा के बाकी हिस्सों में सामान्य मॉनसून वर्षा रिकॉर्ड की गई।
सबसे अधिक वर्षा वाले स्थानों का ज़िक्र करें तो वेरावल में 151 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। महाबलेश्वर में 137, माथेरन में 127, जबलपुर में 123 और भीरा में 112 मिलीमीटर बारिश हुई। अहमदाबाद और भोपाल में भी मूसलाधार वर्षा हुई है।
20 जुलाई तक के बारिश के आंकड़ों के अनुसार देश भर में सामान्य से 2 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से 16 प्रतिशत अधिक और मध्य भारत में 9 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। जबकि दक्षिण भारत में सामान्य से 4 फीसदी कम और पूर्वी तथा पूर्वोत्तर भारत में 11 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय कच्छ और उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्व तक बनी हुई है।
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इस बीच अगले 24 घंटों तक मॉनसून के प्रदर्शन की बात करें तो दक्षिणी गुजरात में मॉनसून का व्यापक प्रदर्शन जारी रहेगा और यहाँ भारी वर्षा होने की संभावना है। कोंकण गोवा, तटीय कर्नाटक, उत्तरी केरल और पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी मॉनसून सक्रिय बना रहेगा। इन भागों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं।
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दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा, झारखंड, दक्षिणी बिहार, पश्चिम बंगाल, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में सामान्य मॉनसूनी प्रभाव के बीच कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
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