दक्षिण पश्चिम मॉनसून दक्षिणी ओड़ीशा से लेकर मध्य भारत के कई भागों में व्यापक रूप में सक्रिय रहा। पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी ओड़ीशा, विदर्भ, इससे सटे मध्य प्रदेश और कोंकण गोवा में मूसलाधार वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा कर्नाटक, तेलंगाना, दक्षिणी गुजरात, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और मेघालय में भी सक्रिय मॉनसून ने अच्छी बारिश दी है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा और पूर्वोत्तर भारत के शेष भागों तथा आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में सामान्य मॉनसून वर्षा दर्ज की गई।
महाराष्ट्र का ब्रह्मपुरी सबसे अधिक वर्षा वाले स्थानों में रहा। यहाँ 208 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। हरनई में 200 और जगदलपुर में 191 मिलीमीटर बारिश हुई।
18 जुलाई तक के बारिश के आंकड़ों के अनुसार देश भर में सामान्य बारिश हुई है। क्षेत्रवार बारिश का विवरण देखें तो उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से 21 प्रतिशत अधिक और मध्य भारत में 4 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। हालांकि दक्षिण भारत 8 प्रतिशत से और पूर्वी तथा पूर्वोत्तर भारत 12 प्रतिशत से पिछड़ रहे हैं।
[yuzo_related]
उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में मॉनसूनी हवाओं का प्रभाव अभी भी कम है। हालांकि मॉनसून ने बीते 12 घंटों में कुछ प्रगति की है। मॉनसून की उत्तरी सीमा इस समय गंगानगर, हिसार, पटियाला और कपूरथला में है।
अगले 24 घंटों के दौरान कोंकण व गोवा, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ भागों में मॉनसून व्यापक रूप में सक्रिय रहेगा। इन भागों में मूसलधार वर्षा होने की संभावना है।
Live status of Lightning and thunder
दक्षिणी गुजरात, छत्तीसगढ़ और ओड़ीशा में भी मॉनसून की सक्रियता बनी रहेगी, जिसके चलते इन भागों में मध्यम से भारी बारिश की उम्मीद की जा सकती। पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल के कुछ भागों, मध्य प्रदेश और गुजरात के शेष इलाकों, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और केरल में मॉनसून का सामान्य प्रदर्शन जारी रह सकता है। इन भागों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अन्य हिस्सों में मॉनसून के प्रदर्शन का ज़िक्र करें तो जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और झारखंड में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की जा सकती है।
Please Note: Any information picked from here should be attributed to skymetweather.com