दक्षिण पश्चिम मॉनसून, पश्चिमी तटों पर दक्षिणी गुजरात से ले कर कोंकण गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल तक मॉनसून व्यापक रूप से सक्रिय रहा।
सक्रिय मानसून की स्थिति मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य उत्तर प्रदेश, ओड़ीशा और गंगिया पश्चिम बंगाल पर देखी गई।
जबकि दक्षिण पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, तटीय आंध्रा प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडू पर मॉनसून सामान्य रहा।
पिछले 24 घंटों में लखनऊ में सबसे अधिक 162 मिमी बारिश दर्ज की गई, वहीं बांकुरा में 113 मिमी और ग्वालियर में 108 मिमी वर्षा रेकॉर्ड की गयी।
27 अगस्त तक, देश भर के वर्षा के आंकड़े में 5% की कमी बनी हुई है। जहां तक क्षेत्रीय वितरण का संबंध है, उत्तर पश्चिमी, मध्य और दक्षिण भारत में 4%, 8% और 9% की कमी है। वहीं पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में वर्षा सामान्य प्रदर्शन देखने मिला।
वर्तमान में, मानसून की अक्षीय रेखा जैसलमर, कोटा, सागर, पेंडरा, दक्षिणी ओड़ीशा से होते हुए बंगाल की खाड़ी की तरफ जा रही है।
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरी कोणकन गोवा, और दक्षी गुजरात पर मॉनसून व्यापक रूप से सक्रिय रहेगा।
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सक्रिय मॉनसून की स्थिति बाकी बचे पश्चिमी तट, विदर्भ, मध्य प्रदेश, दक्षिणी छत्तीसगढ़, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्रा परदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल और ओड़ीशा पर देखी जाएगी।
Live status of Lightning and thunder
जबकि उत्तरपश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, नागालैंड और मणिपुर में सामान्य मानसून की स्थिति देखी जाएगी।
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