दक्षिण-पश्चिम मॉनसून कोंकण गोवा, तटीय कर्नाटक, रायलसीमा और दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश पर व्यापक रूप से सक्रिय रहा। सक्रिय मॉनसून की स्थिति दक्षिणी जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, आंतरिक ओड़ीशा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों पर देखी गई। जबकि पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाडा, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर राज्यों, तेलंगाना और तटीय ओड़ीशा पर मॉनसून का सामान्य प्रदर्शन देखने को मिला।
पिछले 24 घंटों में रायपुर में 74 मिमी बारिश दर्ज की गई, वहीं शीराली में 72 मिमी और महाबलेश्वर 64 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
24 अगस्त तक देश भर के बारिश के आंकड़े में 6% की कमी बन गई है। जहाँ तक क्षेत्रीय वितरण का संबंध है, उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य भारत और दक्षिण भारत में 3%, 9% और 12% की कमी है। जबकि पूर्व और उत्तर पूर्व भारत में 1% अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गयी है।
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वर्तमान में मानसून की अक्षीय रेखा नारनौल, ग्वालियर, वाराणसी, पुरुलिया, बालासोर से होते हुए उत्तरी तटीय ओड़ीशा की तरफ जा रही है।
अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिणी जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंतरिक ओड़ीशा, विदर्भ, पश्चिमी असम, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और तटीय कर्नाटक में मॉनसून सक्रिय रहेगा।
Live status of Lightning and thunder
सामान्य मॉनसून की स्थिति पूर्वोत्तर राज्यो, दक्षिणी गुजरात, उत्तर प्रदेश के तराई वाले क्षेत्रों, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और उत्तरी तमिलनाडू में देखी जा सकती है। मॉनसून देश के बाकी हिस्सों में कमजोर रहेगा।
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