दक्षिण पश्चिम मॉनसून पिछले 24 घंटों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में व्यापक रूप से सक्रिय रहा।
इस बीच, सक्रिय मॉनसून की स्थिति बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम असम, उत्तरी तमिलनाडु तट, तटीय कर्नाटक और तटीय केरल के हिस्सों पर देखी गई। उत्तराखंड, पूर्वोत्तर भारत, पूर्व मध्य प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और तेलंगाना में में मॉनसून सामान्य रहा।
पिछले 24 घंटों में कैलाशहर में 153 मिमी वर्षा दर्ज की गयी, वहीं पारादीप में 101 मिमी और पोर्ट ब्लेयर में 94 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी।
17 अगस्त को देश भर के बारिश के आंकड़े में 5% की कमी आ गयी है। जहां तक क्षेत्रीय वितरण की बात करें तो उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में क्रमश 1% और 4% अधिक वर्षा दर्ज़ की गयी है। जबकि मध्य और दक्षिण भारत में बारिश के आंकड़े में अभी भी 10% और 16% की कमी है।
[yuzo_related]
मॉनसून की अक्षीय रेखा का पश्चिमी छोर हिमालय के तराई इलाकों से गुज़र रहा है और अगले 24 घंटों में इसके उत्तर भारत के मैदानी इलाकों की ओर बढ़ने की संभावना है। जबकि इसका पूर्वी सिरा पटना, बांकुरा, डाइमंड हार्बर से होते हुए पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर जा रहा है।
अगले 24 घंटों के दौरान सक्रिय मॉनसून की स्थिति ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश के तट, तेलंगाना, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पश्चिमी असम और विदर्भ के हिस्सों में देखी जाएगी।
Live status of Lightning and thunder
वहीं मॉनसून पूर्वी मध्य प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, रायलसीमा, कर्नाटक और केरल में सामान्य रहेगा। उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, शेष पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र और तमिलनाडु पर हल्की मॉनसून वर्षा जारी रहेगी।
Please Note: Any information picked from here should be attributed to skymetweather.com