दक्षिण पश्चिम मॉनसून पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के तराई वाले क्षेत्रों और मेघालय पर व्यापक रूप से सक्रिय रहा। जबकि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दक्षिणी छत्तीसगढ़, ओड़ीशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्रा प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में सक्रिय मॉनसून की स्थिति देखी गई।
गुजरात, कोंकण गोवा, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर भारत के बचे हिस्सों में सामान्य मॉनसून की स्थिति बनी रहेगी।
पिछले 24 घंटों में, चेरापूंजी में 246 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी, वहीं गोरखपुर में 180 मिमी और धर्मशाला में 75 मिमी बारिश रेकॉर्ड की गयी।
13 अगस्त तक देश भर में बारिश के आंकड़े में अभी भी 3% की कमी बरकरार है। जहां तक क्षेत्रीय वितरण की बात करें तो उत्तर-पश्चिम भारत में 6% अधिक वर्षा हो चुकी है। पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में भी 2% ज़्यादा वर्षा हुई है। जबकि मध्य और दक्षिण भारत में 6% और 16% की कमी देखी गयी है।
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वर्तमान में मॉनसून की अक्षीय रेखा हिमालय के तराई इलाकों से गुज़र रही है।
अगले 24 घंटों के दौरान उप हिमालय पश्चिम बंगाल, दक्षिणी असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा, सिक्किम और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह पर मॉनसून व्यापक रूप से सक्रिय रहेगा।
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वहीं बिहार, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, ओड़ीशा, छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल, कोंकण, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू और आंतरिक कर्नाटक में सक्रिय मॉनसून की स्थिति देखी जाएगी। मॉनसून राजस्थान, दक्षिणी हरियाणा, उत्तरपश्चिम मध्य प्रदेश में कमजोर रहेगा।
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