बीते कुछ दिनों की अच्छी बारिश के चलते आंकड़ों में सुधार देखने को मिला है। अब तक देश में सामान्य की 87 प्रतिशत वर्शा हो चुकी है। यानि कि देश में 13 फीसदी कम बारिश हुई है।
जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 से 48 घंटों के दौरान भीषण बारिश दर्ज की गई है, जिससे राज्य में बाढ़ जैसे हालात पैदा होने की आशंका है। निम्न दबाव का क्षेत्र पंजाब और हरियाणा को पार करते हुए उत्तर में पश्चिमी विक्षोभ में मिल गया है।
यह मौसम सिस्टम पश्चिमी हिमालयी भागों की ओर बढ़ रहा है। जिससे बृहस्पतिवार को पर्वतीय राज्यों में बारिश कम हो जाएगी। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में मौसम शुष्क रहेगा।
उधर पूर्वी भागों पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र से मॉनसून इन भागों पर सक्रिय है। जिससे सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में कई जगहों पर बारिश जारी रहने की संभावना है। इन भागों में कहीं-कहीं भारी बौछारें भी गिर सकती हैं।
गंगा के मैदानी वाले पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखण्ड में कुछ स्थानों पर वर्षा होने का अनुमान है।
आंध्र प्रदेश से तमिलनाड़ु तक एक ट्रफ बन रही है जिससे तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाड़ु, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और केरल में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा देखने का मिल सकती है।
तापमानों की बात करें तो उत्तर और मध्य भारत में साफ आसमान और शुष्क मौसम के चलते दिन में पारा ऊपर जाएगा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
जबकि गुजरात और राजस्थान में 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। जिससे इन भागों में तेज़ गर्मी का सामना करना पड़ेगा।