देश में बारिश की कमी के आंकड़ों में कुछ सुधार हुआ है। मध्य भारत और प्रायद्वीपीय भारत में हाल की अच्छी बारिश की मेहरबानी से यह आंकड़ा अब घटकर 14 प्रतिशत पर आ गया।
झारखण्ड और उससे सटे ओडिशा के पास एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से झारखण्ड, उत्तरी ओडिशा, बिहार और पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर वर्षा होने की संभावना है। धीरे-धीरे बारिश की गतिविधियाँ छत्तीसगढ़ और पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ जाएंगी। दक्षिण से आ रही नम हवाओं के चलते पूर्वोत्तर राज्यों में मॉनसून सक्रिय है। इन हवाओं के कारण सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में कई जगहों पर बारिश जारी रहेगी।
इधर गुजरात पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र से उत्तरी गुजरात और उससे सटे दक्षिणी राजस्थान के भागों में कई जगहों पर मध्यम बारिश जारी रहने का अनुमान है।
उत्तरी पाकिस्तान पर बना पश्चिमी विक्षोभ पूर्व और उत्तर की दिशा में धीरे-धीरे आगे बढ़ेगा, इसके चलते पर्वतीय राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। मैदानी राज्यों की बात की जाए तो मंगलवार को दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में अधिकांश जगहों पर बारिश की संभावना बन रही है।
इधर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिमी तटीय भागों, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में कमी रहने का अनुमान है। बारिश में कमी होने से इन भागों के तापमान में कुछ बढ़ोत्तरी दर्ज की जा सकती है। जबकि उत्तर-पश्चिम भारत में हम उम्मीद कर सकते हैं कि यहां मौसम अपेक्षाकृत सुहावना रहेगा।