गणेश उत्सव शुरू होने को है और अनुमान है कि महाराष्ट्र में 10 दिनों तक चलने वाला इस बड़े त्यौहार का शुभारंभ बारिश की झड़ी के बीच होगा। इसके लिए जिम्मेदार है बंगाल की खाड़ी से उठा निम्न दबाव का क्षेत्र, जो बुधवार को देश के ज़मीनी भागों पर पहुंचेगा और तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा तथा उससे सटे छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित रहेगा।
अनुमान है कि यह छत्तीसगढ़ और तेलंगाना को धीरे-धीरे पार करते हुए 19 सितम्बर तक महाराष्ट्र के तटीय भागों तक पहुंच जाएगा। इसके प्रभाव से ओडिशा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, महाराष्ट्र और पूर्वी मध्य प्रदेश में अधिकांश जगहों पर बारिश होने की संभावना है। इन भागों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है।
यहां हम दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस निम्न दबाव से एक ट्रफ भी बन रही है जिसके चलते बिहार, झारखण्ड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर बारिश दर्ज की जाएगी।
उधर पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां कल भी बनी रहेंगी।
इधर पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ के प्रभाव से तटीय कर्नाटक और कोंकण-गोवा में मॉनसून सक्रिय रहेगा जिससे इन भागों में कई जगहों पर बारिश दर्ज की जाएगी। हालांकि केरल में बारिश कुछ स्थानों पर ही होगी।
तमिलनाड़ु को छोड़कर देश के दक्षिण भारत के बाकी भागों में भी अच्छी मॉनसूनी बारिश के आसार हैं। तमिलनाड़ु के भीतरी हिस्सों में शुष्क मौसम के बीच दिन में पारा 35°C को भी पार कर सकता है।
उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में तापमान की बात करें तो यहां अधिकतम तापमान पहले से ही सामान्य से 3°C से 4°C अधिक चल रहा है। इसमें कोई राहत नहीं होगी। साथ ही इन भागों में नमीं का स्तर बढ़ गया है जिससे दोपहर के समय भीषण गर्मी और उमस महसूस की जाएगी।