बंगाल की खाड़ी के मध्य-पश्चिम में पिछले दिनों से बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र धीरे-धीरे सशक्त होने की प्रक्रिया में है। हमारा अनुमान है कि यह अगले 2 से 3 दिनों में निम्न दबाव का रूप ले सकता है।
इसके प्रभाव से ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ भागों तथा छत्तीसगढ़ में गुरूवार को कुछ स्थानों पर अच्छी बारिश होने की संभावना है।
दूसरी तरफ पश्चिम भारत में हम आपको दिखा सकते हैं कि महाराष्ट्र से लक्षद्वीप तक एक ट्रफ बन रही है। इसके प्रभाव से दक्षिणी भारत के भीतरी भागों से लेकर पश्चिमी तटों तक बारिश की गतिविधियाँ देखी जा सकती हैं।
इसके अलावा अरब सागर के उत्तर-पूर्व में दक्षिणी पाकिस्तान के पास भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र हम देख सकते हैं। यह दक्षिणी गुजरात को कुछ बारिश दे सकता है।
यहां उत्तरी पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। अनुमान है कि यह जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश देगा।
चलते चलते हम आपको यह भी बता दें कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कुछ भागों से वापसी कर चुका है। मॉनसून वापसी की रेखा इस समय अमृतसर, हिसार, अजमेर और बाड़मेर के पास है। स्काईमेट के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत के कुछ और भागों से मॉनसून के वापस लौटने के लिए स्थितियाँ अनुकूल हैं।