बंगाल की खाड़ी में किसी मौसमी हलचल के ना होने के कारण उत्तर-पूर्वी मॉनसून के आगमन में और देरी होने की संभावना है।
जम्मू-कश्मीर पर बना पश्चिमी विक्षोभ अब दूर निकल जाएगा। हालांकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ आ रहा है, जो इस समय अफगानिस्तान पर है और 24 अक्टूबर से उत्तर भारत को प्रभावित करना शुरू करेगा।
उस दौरान पहलगाम, गुलमर्ग और भद्रवा सहित जम्मू-कश्मीर के कई भागों में अधिकांश जगहों पर बारिश और बर्फबारी दर्ज की जाएगी। हिमाचल प्रदेश में भी कालपा और केलांग सहित कुछ जगहों पर वर्षा और बर्फबारी हो सकती है।
धीरे-धीरे बारिश का प्रसार पंजाब, हरियाणा और दिल्ली तक पहुंचेगा। इन भागों में 25 और 26 अक्टूबर को बारिश दर्ज की जा सकती है। हालांकि बृहस्पतिवार को इन मैदानी राज्यों में मौसम शुष्क ही रहेगा।
गुजरात पर बना एक एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन मध्य भारत के भागों में मौसम को शुष्क बनाए रखेगा।
हिमालय से सटे पश्चिम बंगाल के भागों तथा सिक्किम में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। पूर्वी भारत के शेष भागों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।
पूर्वोत्तर राज्यों पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से इन भागों में कुछ जगहों पर बारिश देखने को मिल सकती है।
लक्षद्वीप पर बने चक्रवाती हवाओं के प्रभाव से केरल और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। तटवर्ती कर्नाटक में भी कुछ स्थानों पर बारिश दर्ज की जा सकती है। शेष दक्षिणी राज्यों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
तापमान की बात करें तो जम्मू कश्मीर में अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास पहुंच जाएगा। देश के बाकी भागों में भी पारा सामान्य से सामान्य से कुछ ऊपर बना रहेगा।