अरब सागर में बना गहरा डिप्रेशन कमज़ोर होते हुए अब निम्न दबाव का क्षेत्र का रूप ले चुका है। अनुमान है कि यह पश्चिमी तटों से धीरे-धीरे दूर निकल जाएगा। हालांकि लक्षद्वीप के पास अरब सागर में एक नया मौसमी सिस्टम विकसित होता हुआ दिखाई दे रहा है।
पश्चिमी तटों पर एक ट्रफ बनी हुई है। दक्षिणी कोंकण क्षेत्र से इसका विस्तार दक्षिणी तमिलनाड़ु तक है।
इन सभी के प्रभाव से दक्षिणी कर्नाटक, केरल और उत्तरी तमिलनाडु में अधिकांश जगहों पर बारिश होने की संभावना है। इन राज्यों में एक-दो स्थानों पर भारी बौछारें भी दर्ज की जा सकती हैं।
कर्नाटक के शेष हिस्सों, आंतरिक तमिलनाड़ु और रायलसीमा में कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज की जाएगी।
पूर्व में सिक्किम से बंगाल की खाड़ी तक पहले से बनी ट्रफ का दायरा उत्तर-पश्चिम में काफी बढ़ गया है। यह ट्रफ इस समय उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी छोर से बिहार और पश्चिम बंगाल के ऊपर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
इसके प्रभाव से मंगलवार को उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश और बिहार के तराई वाले भागों में हल्की बारिश हो सकती है। कोलकाता सहित गंगा के मैदानी वाले पश्चिम और झारखण्ड में भी कुछ जगहों पर वर्षा के आसार हैं।
पूर्वोत्तर में नागालैण्ड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में भी कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है।
उत्तर में जम्मू कश्मीर के पास एक नया पश्चिमी विक्षोभ पहुंच गया है। राज्य के कुछ भागों में यह हल्की बारिश दे सकता है।
इधर राजस्थान के ऊपर बना एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन समूचे उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के भागों में मौसम को शुष्क बनाए रखेगा।
इन क्षेत्रों में दिन का तापमान 35 से 40 डिग्री के बीच ही बना रहेगा। हालांकि सुबह और रात में आप खुशनुमा मौसम का आनंद ले सकते हैं।