बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र निम्न दबाव में तब्दील होने में अभी भी 48 घंटे का समय ले सकता है।
इधर पश्चिमी तटों के करीब अरब सागर में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। हालांकि यह दूर निकल रहा है और शनिवार तक तटों से और दूर होते हुए कमज़ोर हो जाएगा।
आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के ऊपर से इन दोनों सिस्टमों को जोड़ने वाली एक ट्रफ बन रही है।
यहां बने वर्तमान मौसमी परिदृश्य से समूचे प्रायद्वीपीय भारत में बारिश होने की संभावना है। तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में शुक्रवार और शनिवार को हल्की से मध्मय बारिश हो सकती है।
ओडिशा के कुछ भागों तथा गोवा और इससे सटे कोंकण क्षेत्र में भी कुछ स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं।
पूर्वोत्तर राज्यों की बात करें तो शुक्रवार को भी यहां मौसम शुश्क रहेगा। हालांकि शनिवार को नागालैण्ड, मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा में बारिश की वापसी की संभावना बन रही है।
उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ आता दिखाई दे रहा है। उत्तरी पाकिस्तान और इसके आसपास के भागों पर पहुंचा यह सिस्टम बहुत प्रभावी नहीं है लेकिन रविवार से उत्तर के पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ बारिश दे सकता है।
राजस्थान पर बने एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में उत्तर-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं जिससे इन भागों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
उत्तर और मध्य भारत के भागों में अधिकतम तापमान 35 डिग्री के आसपास रहेगा। राजधानी दिल्ली सहित इन भागों में दोपहर हल्की गर्म होगी जबकि सुबह और रात में मौसम सुहावना बना रहेगा।