लगातार बारिश के चलते चेन्नई में सड़के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई हैं। बारिश ने सड़क के साथ-साथ रेल यातायात को भी खासा प्रभावित किया है। हालांकि चेन्नई सहित तमिलनाडु में बारिश व्यापक रूप में कम हुई है इसके बावजूद लोगों को बारिश के बाद होने वाली समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
लक्षद्वीप के पास अरब सागर में बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र 20 नवम्बर को और प्रभावी होते हुए निम्न दबाव बन सकता है।
इधर बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र कमज़ोर हो गया है। कल की तरह ही इन दोनों मौसमी सिस्टमों के बीच एक ट्रफ बन रही है। इसके चलते केरल और तटवर्ती कर्नाटक में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और तमिलनाड़ु में भी शुक्रवार को अच्छी वर्षा हो सकती है।
उधर पूर्वोत्तर भारत में नागालैण्ड और मणिपुर के पास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है। लेकिन बंगाल की खाड़ी से इस सिस्टम को नमी सीमित मात्रा में मिल रही है जिसके कारण इन भागों में महज़ हल्की बारिश देखने का मिलेगी।
एक नया पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, जो इस समय अफगानिस्तान पर है। यह मौसमी सिस्टम 22 नवम्बर से जम्मू कश्मीर की पर्वतीय चोटियों पर हल्की बारिश या हिमपात दे सकता है।
देश के अधिकांश भागों में सर्दी बढ़ रही है, इसलिए तापमान पर एक नज़र डाल लेते हैं।
शुक्रवार को उत्तर भारत के मैदानी राज्यों से लेकर मध्य भारत तक शुष्क और सर्द उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रवाह बना रहेगा। 20 नवम्बर को भी इन भागों के दिन और रात के तापमान में कुछ कमी दर्ज की जाएगी।
पंजाब और हरियाणा में 10°C से नीचे जबकि दिल्ली में 11°C सेल्सियस के आसपास न्युनतम तापमान दर्ज किया जाएगा।