प्रभावी तूफान चपला मंगलवार की दोपहर तक येमान के तटों पर दस्तक दे सकता है। इसके प्रभाव से उत्तरी येमान, दक्षिणी ओमान और अरब के प्रायद्वीपीय भागों में 48 घंटों के दौरान भीशण बारिश होने के आसार हैं।
इसके अलावा अरब सागर में गोवा और कोंकण के तटों के करीब एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है। उधर पूर्व में आंध्र प्रदेश के तटों के पास बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अब कमज़ोर हो रहा है। हालांकि इन दोनों मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से प्रायद्वीपीय भागों में बारिश की गतिविधियां जारी हैं। मंगलवार को केरल, तमिलनाड़ु, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की वर्षा दर्ज की जा सकती है।
इस एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन के प्रभाव से देश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में आकाश साफ और मौसम शुष्क बने रहने के आसार हैं। हालांकि पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
उत्तर का रूख करने पर पता चलता है कि यहां एक पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इसके प्रभाव से ऊँची पर्वतीय श्रृंखलाओं पर वर्षा और बर्फबारी हो सकती है। निचले पहाड़ी भागों और पंजाब के तराई वाले क्षेत्रों में भी हल्की बारिश होने की संभावना है।
धीरे-धीरे इसका प्रभाव दिल्ली सहित उत्तर भारत मैदानी राज्यों पर भी देखा जाएगा। हमारा अनुमान है कि दिल्ली और आसपास के भागों में 4 और 5 नवम्बर को बारिश वाला मौसम होगा। बारिश के बाद इन भागों में पारा नीचे आएगा और सर्दी बढ़ जाएगी।