अभी भी देश के अधिकांश भागों में मॉनसून सुस्त है। इसका असर इस समय पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में ही देखा जा रहा। बारिश घटने से देश में बारिश की कमी का आँकड़ा 11 प्रतिशत पर पहुँच गया है।
किसी मौसमी हलचल के अभाव में बुधवार को समूचा उत्तर भारत शुष्क मौसम का दीदार करेगा। यहां आसमान भी मुख्य रूप से साफ रहने की संभावना है।
मॉनसून रेखा का पश्चिमी सिरा हिमालय की तराई वाले भागों से होकर गुजर रही है। ओड़ीशा के तटों के करीब बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है। यह धीरे-धीरे सशक्त हो रहा है। और संभावना है कि अगले 24 घंटों के भीतर यह निम्न दबाव का रूप ले सकता है। मॉनसून रेखा का पूर्वी सिरा पिछले दिनों से बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है।
इस मौसमी परिदृष्य के बीच दक्षिण पश्चिम मॉनसून पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में सक्रिय रहेगा। पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार और झारखण्ड में कई जगहों पर बारिश दर्ज की जाएगी। सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में अच्छी मॉनसूनी बारिश के आसार हैं।
पश्चिमी तटों पर ट्रफ रेखा के प्रभाव से कोंकण व गोवा क्षेत्र में अच्छी बारिश होने का अनुमान है।
देश के कुछ इलाके खासतौर पर राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और इससे सटे महाराष्ट्र बीते कई दिनों से मुख्य रूप से शुष्क बने हुए हैं। बुधवार को भी इन भागों में शुष्क मौसम के ही फिलहाल आसार हैं। देश के बाकी हिस्सों में छिटपुट मॉनसूनी बौछारें दर्ज की जा सकती हैं।