देश के अधिकांश भागों में बारिश कम हो गई है। मॉनसून कुछ समय के लिए हिमालय की तराई वाले भागों और दक्षिणी राज्यों तक सिमट गया है। बारिश में कमी आने से देश में बारिश में कमी का आंकड़ा बढ़कर 10 प्रतिशत पर आ गया है।
जम्मू कश्मीर पर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। सोमवार को जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उससे सटे उत्तरी पंजाब में कुछ स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं।
मॉनसून की अक्षीय रेखा हिमालय की तराई के करीब पहुँच गई है। जिससे उत्तरी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है।
इधर उत्तरी बंग्लादेश और उससे सटे उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में जल्द ही एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है। सोमवार को पश्चिम बंगाल और तटीय ओडिशा में अधिकांश जगहों पर बारिश दर्ज किए जाने का अनुमान है।
बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। हालांकि पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश में व्यापक रूप में कमी आई है।
चक्रवाती हवाओं के इस क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा ओड़ीशा तथा आंध्र प्रदेश होते हुये तमिलनाडु तक बनी हुई है। इन भागों में कुछ स्थानों पर वर्षा की संभावना है।
पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ बहुत सक्षम नहीं है। हालांकि इसके प्रभाव से तटीय कर्नाटक, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और केरल में कहीं-कहीं मॉनसूनी बौछारें लोगों को भिगो सकती हैं।
इधर पश्चिमी राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में सोमवार को मौसम मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहने वाला है। देश के बाकी बचे भागों में हल्की मॉनसूनी बारिश देखने को मिल सकती है।