उत्तर प्रदेश में मॉनसून का इंतज़ार अंततः ख़त्म हुआ। मंगलवार को इसने राज्य में दस्तक दे दी। गुजरात, मध्य प्रदेश और बिहार के कुछ और भागों में आगे बढ़ते हुए मॉनसून ने छत्तीसगढ़ और झारखण्ड को पूरी तरह कवर कर लिया है।
मॉनसून अगले 2-3 दिनों में दिल्ली में भी दस्तक दे सकता है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में बनी कई मौसमी हलचलों के चलते मॉनसून तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और बारिश का दायरा और मात्रा भी बढ़ रही है। इस समय जो मौसती हालात हैं, इसके चलते मॉनसून अगले कुछ ही दिनों में दिल्ली सहित उत्तर भारत में भी दस्तक दे सकता है।
पश्चिम तटों पर बनी ट्रफ रेखा अपनी जगह ही रहेगी जबकि अरब सागर में बना डिप्रेशन वापसी कर रहा है। अब यह थोड़ा पूर्व का रूख करते हुए भारत के तटों करीब आ रहा है। इन दोनों सिस्टमों के चलते गुजरात, महाराष्ट्र और कोंकण गोवा तक अच्छी बारिश होगी।
मुंबई वालों को बारिश थमने से राहत मिली थी, लेकिन फिर से शुरू होने वाला भारी बारिश का यह नया दौर मुंबई वालों के लिए चुनौती खड़ा कर सकता है। बारिश की गतिविधि धीरे-धीरे और बढ़ेगी।
इधर पूर्व में निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर की ओर आगे इस समय झारखण्ड, इससे सटे बिहार और पश्चिम बंगाल के ऊपर स्थित है। इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़, झारखण्ड, बिहार और पश्चिम बंगाल में बुधवार को मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
इधर पश्चिम विक्षोभ जम्मू कश्मीर को प्रभावित करना शुरू कर चुका है। पश्चिम विक्षोभ के चलते जम्मू कश्मीर के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड में भारी बारिश के आसार हैं।
इस पश्चिम विक्षोभ से एक ट्रफ रेखा निकल रही है जो उत्तरी राजस्थान पर बने चक्रवाती हवा के क्षेत्र से होते हुए अरब सागर में बने डिप्रेशन तक पहुँच रही है।
इसके अलावा राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवा के क्षेत्र से ही एक और ट्रफ निकल कर यहाँ निम्न दबाव के क्षेत्र तक जा रही है। इन कई मौसमी हलचलों के कारण राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बुधवार को मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
उधर पूर्वोत्तर राज्यों में पिछले कुछ दिनों से बारिश कम हुई थी जो अब बढ़ जाएगी, क्योंकि यहाँ पर नम दक्षिणी हवाएँ पहुँचना शुरू हो गई हैं।