वेदर माॅडल के आधार पर अनुमान है कि माॅनसून धीरे-धीरे और मज़बूत होगा और मध्य तथा दक्षिणी बंगाल की खाड़ी के और भागों में ये आगे बढ़ेगा। बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व और पूर्व-मध्य में इस समय घने बादल छाए हुए हैं। इन भागों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिष हो रही है। खाड़ी में अगले 3-4 दिनों में माॅनसून पहुँचने के पूरे आसार हैं।
दक्षिणी प्रयद्वीपीय भारत में बारिष फिलहाल थम गई है। शुक्रवार को केरल और तमिलनाड़ु के अंदरूनी भागों में मात्र कुछ जगहों पर हल्की वर्षा का अनुमान है।
पूर्वी भारत के ऊपर इस समय एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। और इससे निकलकर एक ट्रफ आंध्र प्रदेष तक बनी हुई है। इस ट्रफ रेखाा के आसापास के भागों में गरज के साथ बारिष की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। लेकिन देष में पूर्वोत्तर भारत ही एक ऐसा क्षेत्र होगा जहां शुक्रवार को अच्छी बारिष होने का अनुमान है। इन भागों में बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के प्री-माॅनसून बारिष की गतिविधियाँ बढ़ रही हैं।
इधर उत्तर भारत में जम्मू कष्मीर के ऊपर बने पष्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राज्य में घने बादल छाए हुए हैं। हरियाणा के ऊपर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र आसपास के भागों को प्रभावित कर सकता है। इसके कारण पंजाब, हरियाणा और उत्तर राजस्थान में कहीं-कहीं धूलभरी आँधी चल सकती है। शनिवार को दिल्ली में भी बादलों की गर्जना जैसी गतिविधियाँ देखी जा सकती हैं।
बारिष घटने के बाद से तमिलनाड़ु में तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है। कल चेन्नई में अधिकतम 40 डिग्री तो न्यूनतम 29 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया जा सकता है। नागपुर में भीषण गर्मी का प्रकोप रहेगा। यहाँ दिन में पारा 46 डिग्री बना रहेगा।
भोपाल और जयपुर में भी 43 डिग्री के साथ दिन गर्म रहेगा। राजधानी दिल्ली में तापमान तेज़ी से बढ़ते हुए 44 डिग्री तक पहुँच सकता है। कोलकाता में 38 डिग्री तापमान दर्ज किया जाएगा।