उत्तर भारत और तटीय कर्नाटक में सक्रिय मॉनसून से अच्छी बारिश हो रही है। दिल्ली सहित उत्तर के मैदानी भागों में अगले 24 से 48 घंटों तक वर्षा जारी रह है।
शुरूआत उत्तर भारत के मौसमी पूर्वानुमान से।
उत्तर भारत में बना पश्चिमी विक्षोभ इस समय पूर्वी भागों की ओर निकल रहा है। हालांकि इसके प्रभाव से पर्वतीय राज्यों में बारिश की गतिविधियाँ अगले 24 घंटों तक जारी रह सकती हैं।
दक्षिण-पूर्वी पंजाब और इससे सटे हरियाणा के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम से निकलकर मॉनसून की अक्षीय रेखा गंगा के मैदानी वाले भागों से होते हुए बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती हवाओं के मध्य से गुजर रही है।
सोमवार को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर मध्यम बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं मूसलाधार बौछारें भी गिर सकती हैं।
उत्तरी छत्तीसगढ़ और इसके आसपास भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र आप देख सकते हैं। इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा उससे सटे पश्चिमी बिहार में कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं।
पूर्वोत्तर राज्यों में बंगाल की खाड़ी से नम हवाएँ पहुँच रही हैं, जिससे इन भागों में भी बारिश की गतिविधियाँ बनी रह सकती हैं।
पश्चिमी तटों पर गोवा से लेकर केरल तक बनी ट्रफ रेखा इस समय प्रभावी है जिससे गोवा, कर्नाटक और केरल के तटीय भागों में अच्छी मॉनसूनी बारिश दर्ज की जाएगी। मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय भागों में हल्की या मध्यम वर्षा हो सकती है।
मध्य प्रदेश तथा महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में घने मॉनसूनी बादलों के साथ कई जगहों पर बारिश होने का अनुमान है। तेलंगाना तथा आंतरिक कर्नाटक में भी कुछ जगहों पर वर्षा दर्ज की जाएगी। आंध्र प्रदेश और तमिलनाड़ु में वर्षा की गतिविधियां छिटपुट होंगी।
पश्चिमी राजस्थान और गुजरात में शुष्क मौसम की अपेक्षा है।