अनेक मौसमी हलचलों की मेहरबानी से देश के कई हिस्सों में मॉनसून सक्रिय है। फिलहाल इस समय गुजरात और दक्षिणी राजस्थान में बारिश नहीं हो रही है, बाकी सभी जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा देखी जा रही है।
उत्तर प्रदेश पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब कमज़ोर हो गया है। जिससे मंगलवार को पूर्वी राज्यों में बारिश कम हो गई थी, लेकिन बुधवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश , बिहार, झारखण्ड और पष्चिम बंगाल में बारिश में हल्की वृद्धि हो सकती है।
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ आगे निकल रहा है। हालांकि यह जाते-जाते भी हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड में अगले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश दे सकता है।
उत्तरी राजस्थान और इससे सटे पाकिस्तान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है। जिससे उत्तर भारत के मैदानी भागों: पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में बुधवार को गरज के साथ हल्की बौछारें गिरने के आसार हैं।
मॉनसून की अक्षीय रेखा, जिसे ऐक्सिस ऑफ मॉनसून ट्रफ भी कहा जाता है, वो उत्तर प्रदेश में होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। इसके साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्यों में नम दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ भी पहुँच रही हैं, जिससे पूर्वोत्तर भारत में बारिश बढ़ जाएगी।
पूर्वी मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ और तेलंगाना होते हुए आंध्र प्रदेश तक एक ट्रफ दिखाई दे रही है जिससे इन भागों के साथ-साथ मराठवाड़ा और विदर्भ में हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं।
दक्षिण भारत के मौसम की बात अगर करें तो यहां तमिलनाड़ और कर्नाटक के भीतरी भागों में मामूली बारिश होगी। जबकि पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ के चलते कोंकण-गोवा और केरल में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है।