देश भर में कई मौसमी हलचलों के चलते दक्षिण पश्चिम मॉनसून सक्रिय। उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश और बिहार में हो रही है मूसलाधार बारिश।
उत्तर भारत में पहुँचे एक नए पष्चिमी विक्षोभ का प्रभाव भी देश के उत्तरी भागों में षुरू हो गया है। पर्वतीय राज्यों जम्मू कष्मीर तथा हिमाचल प्रदेश में बारिश हो रही है। मंगलवार को बारिश और बढ़ सकती है।
उत्तरी और मध्य पाकिस्तान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी बना हुआ है। मॉनसून की अक्षीय रेखा पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्व में जा रही है।
इन तमाम मौसमी हचचलों के चलते पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में मंगलवार को मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।
पूर्वोत्तर भारत में भी अगले 24 घंटों के दौरान बारिश की गतिविधियाँ जारी रहेंगी। एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की जा सकती है। बंगाल की खाड़ी के उत्तर में एक नया मौसमी सिस्टम बन रहा है, जो धीरे-धीरे सक्षम होगा, जिससे पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश घट जाएगी क्योंकि यह नमी को अपने में समेट लेगा और नम हवाओं को पूर्वोत्तर में जाने से रोकेगा।
एक और ट्रफ रेखा बिहार से झारखण्ड और ओडिशा होते हुए आंध्र प्रदेश तक जा रही है। इन भागों में भी मंगलवार को हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है।
अब दक्षिण का रूख करते हैं। पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ रेखा का दायरा कम हो गया है। लेकिन यह अभी भी कर्नाटक और केरल के तट पर बनी हुई है। और इसके चलते इन दोनों राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के आंतरिक क्षेत्रों, मध्य भारत और पष्चिमी भारत में मौसम में विशेष बदलाव नहीं होगा। हालांकि इन भागों में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है।