उम्मीद के मुताबिक केरल और कर्नाटक के तटीय भागों के पास लक्षद्वीप के उपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो चुका है। यहां पर बना हवा का प्रवाह अगले 2 दिनों केरल में मॉनसून शुरू होने के लिए अनुकूल है। तटीय भागों में शनिवार तक अच्छी बारिश होने का अनुमान है। एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा भी हो सकती है।
स्काइमेट का अनुमान है कि चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र और सषक्त होकर इन तटवर्ती भागों के और करीब पहुँचेगा जिससे इन इलाकों में वर्षा बढ़ जाएगी। साथ ही यह मौसमी गतिविधि मॉनसून का इंतज़ार खत्म कराने और मॉनसून को केरल तक पहुँचाने में मदद कर सकती है।
इधर बिहार और इसके आसपास के भागों पर भी एक कमज़ोर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देख सकते हैं। यहां से मध्य प्रदेष और विदर्भ होते हुए कर्नाटक तक बनी इस ट्रफ रेखा के आसपास गरज के साथ बारिश दर्ज किए जाने का अनुमान है। बिहार के उपर का चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र 24 घंटों के पश्चात और मज़बूत होगा जिससे इन भागों में बारिश बढ़ सकती है।
जम्मू कष्मीर पर बना पश्चिमी विक्षोभ आगे निकल रहा है, लेकिन इसका प्रभाव अभी भी है। जिससे उत्तर भारत के पहाड़ों पर हल्की बारिश होगी। उत्तर भारत के मैदानी भागों में गर्मी फिर से अपनी वापसी करेगी। इन भागों में शुष्क उत्तर पश्चिमी हवाएं चलना शुरू होंगी जिससे तापमान बढ़ेगा। हालांकि अगले 48 घंटों तक देष के किसी भी भाग में लू चलने जैसे हालात नहीं हैं।
दिल्ली में शक्रवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री रहेगा। मुंबई में पारा अधिक नहीं होगा, लेकिन अधिक आर्द्रता के कारण 34 तापमान में काफी अधिक गर्मी महसूस की जाएगी। जबकि अच्छी बारिश के चलते केरल और कर्नाटक के तटीय शहरों में तापमान दिन का तापमान 35 नीचे ही रहने का अनुमान है।