भारत में मॉनसून शुरू होने का समय जैसे-जैसे नज़दीक आ रहा है, देश के दक्षिणी भागों के पास पश्चिमी हवाएं चलना शुरू हो गई हैं। मॉनसून के लिए यह एक अच्छा संकेत है। हमारा अनुमान है कि मॉनसून 5 जून तक केरल में दस्तक दे सकता है।
प्री-मॉनसूनी बारिश इस समय दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में हो रही है। कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के तटवर्ती भागों के पास बुधवार को अच्छी बारिश हो सकती है।
छत्तीसगढ़ के ऊपर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पष्चिम की ओर बढ़ गया है। इस समय यह मध्य प्रदेश के ऊपर दिखाई दे रहा है। यहां से एक ट्रफ रेखा तमिलनाड़ु तक बनी बनी हुई है। हमारा अनुमान है कि इस रेखा के इर्द-गिर्द गरज के साथ बारिश दर्ज की जाएगी।
लेकिन उधर पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में कल बारिश की गतिविधियों में कमी दर्ज की जाएगी।
इधर जम्मू कश्मीर के पास बने पश्चिमी विक्षोभ से उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। उत्तर पश्चिमी भारत में चक्रवाती हवाओं का भी प्रभाव मौसम पर बना रहेगा। इससे राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ जगहों पर बुधवार को भी गरज के साथ बौछारें गिर सकती हैं।
देश के अधिकांश हिस्सों से लू खत्म हो गई है, लेकिन मध्य भारत के भागों में यह अभी भी जारी रहेगी। खासतौर पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इससे बुधवार को भी निज़ात नहीं मिलेगी।