मॉनसूनी बारिश देने वाला प्रमुख समय धीरे-धीरे सम्पन्न होने को है। देश में अब तक औसत से 12 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है।
जम्मू कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है, जो उत्तर भारत के तीनों पहाड़ी राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दे सकता है।
मॉनसून रेखा का पश्चिमी सिरा इस समय भी हिमालय की तराई वाले भागों में बना हुआ है। जिससे अनुमान है कि राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में मौसम मुख्य रूप से शुष्क बना रहेगा। इन भागों में पारा सामान्य से ऊपर है। मंगलवार को भी गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं।
दक्षिण पश्चिम मॉनसून कुछ दिनों से पूर्वोत्तर राज्यों में अपना रौद्र रूप दिखा रहा है। यहाँ बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, अरूणाचल प्रदेश और मेघालय में भीषण बारिश जारी रहने की संभावना है। पूर्वोत्तर भारत के अन्य राज्यों में भी अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है।
चक्रवाती हवाओं के इस क्षेत्र से एक ट्रफ पश्चिम बंगाल और ओडिशा होते हुए आंध्र प्रदेश तक बनी हुई है। इन क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है।
गुजरात के कच्छ क्षेत्र, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाड़ु में दक्षिण पश्चिम मॉनसून सुस्त रहेगा। इन भागों में मुख्यतः शुष्क मौसम देखने का मिलेगा।
देश के बाकी भागों में हल्की वर्षा देखने को मिल सकती है।