वर्ष 2016 में बेहतर मॉनसून के चलते देश में 2016-17 में अनाजों के उत्पादन में लगभग 20.41 मिलियन टन की बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। कृषि मंत्रालय ने 15 फरवरी को जारी किए गए अपने अनुमान में बताया है कि भारत में इस बार 271 दशमलव 98 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन का आंकलन है जो एक रिकॉर्ड है।
अच्छे मॉनसून के चलते ना सिर्फ गेहूं, धान और मक्का जैसे मुख्य अनाजों का उत्पादन बढ़ा है बल्कि दालों के उत्पादन में भी वृद्धि होगी। उत्पादन में वृद्धि से कीमतों में कमी आएगी और किसानों को भी राहत मिलेगी।
कृषि मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इससे पहले देश में 2013-14 में 265.04 मिलियन टन का रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन हुआ था। मंत्रालय के अनुसार 2016 में बेहतर मॉनसून के अलावा राज्यों के माध्यम से बीजों और उर्वरकों के समयबद्ध वितरण जैसी सरकारी नीतियों में तत्परता और मौसम से जुड़ी चेतावनी और पूर्वानुमान समय पर किसानों तक पहुँचने के चलते भी भारी उत्पादन की संभावना बन रही है।
2016-17 में दलहन उत्पादन में भी सुधार होगा जिससे भारत को कम दलों का निर्यात करना पड़ेगा। इस बार 22 दशमलव 14 मिलियन टन दालों के उत्पादन की संभावना है।
अच्छे मॉनसून के बाद मिट्टी में व्यापक नमी से गेहूं सहित रबी फसलों की भी खेती अधिक हुई है। इन तथ्यों के बीच केंद्र सरकार ने इस बार कृषि विकास दर 4.1 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है जो अब तक की सबसे बेहतर विकास दर है।
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