पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण पश्चिम मॉनसून ओडिशा और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों पर व्यापक रूप से सक्रिय रहा, जबकि पश्चिमी तटों, ओडिशा के शेष भागों, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों के अधिकांश भागों में सामान्य रूप से सक्रिय रहा। तटीय आंध्र प्रदेश और विदर्भ में सामान्य मॉनसूनी बारिश दर्ज की गई।
इस दौरान चेरापुंजी में सबसे अधिक 245 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। कूच बिहार में 140 मिमी और पुरुलिया में 78 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
अब तक हुई कुल मॉनसून वर्षा का ज़िक्र करें तो 21 जून तक देशभर में सामान्य से 4 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है।
दक्षिण भारत में सामान्य से 12 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है जबकि पूर्वी, पूर्वोत्तर और मध्य भारत में सामान्य से 2 प्रतिशत कम वर्षा अब तक हुई है।
मॉनसून बीते 24 घंटों में स्थिर रहा। NLM अभी भी वलसाड़, नाशिक, बुलधाना, यवतमाल, रायपुर और सुपौल में बनी हुई है।
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अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी तटों पर कोंकण-गोवा से लेकर तटीय कर्नाटक और केरल तक मॉनसून के सक्रिय होने की संभावना है।
ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, विदर्भ, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों पर मॉनसून सक्रिय रहेगा। जबकि छत्तीसगढ़, झारखंड और मराठवाड़ के कुछ हिस्सों में मॉनसून की सामान्य बारिश संभव है।
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तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और मध्य महाराष्ट्र में मॉनसून का प्रदर्शन कमजोर हो सकता है।
अगले अड़तालीस घंटों के दौरान मॉनसून छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और विदर्भ के शेष हिस्सों में आगे बढ़ेगा। इस दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मॉनसून दस्तक दे सकता है।
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