दक्षिण पश्चिम मानसून कोंकण गोवा, तटीय कर्नाटक, पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों और उत्तरी तटीय केरल के कुछ हिस्सों के ऊपर जोरदार रहा। लक्षद्वीप, केरल, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में भी मॉनसून सक्रिय बना रहा।
दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश भी सामान्य मानसून की स्थिति बनी रही। जबकि तमिलनाडु, रायलसीमा, तटीय ओड़ीशा, पश्चिम बंगाल में मॉनसून का प्रदर्शन कमजोर रहा।
बीते 24 घंटों के दौरान मेघालय, तटीय महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक और केरल के कुछ हिस्सों में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। चेरपूंजी में 318 मिमी बारिश हुई, जबकि महाराष्ट्र के भीरा में 150 मिमी बारिश दर्ज की।
देश के कई हिस्सों में अच्छी मॉनसून वर्षा के चलते बारिश का आंकड़ा 12 जून को अभी सामान्य से 18प्रतिशत ऊपर बना रहा। पिछले 24 घंटों में देश में सामान्य से 21 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत सामान्य से 29 प्रतिशत अधिक और मध्य भारत में सामान्य से 40 प्रतिशत अधिक वर्षा अब तक हुई है। दूसरी ओर पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से 12 प्रतिशत कम वर्षा हुई है।
[yuzo_related]
मॉनसून की उत्तरी सीमा वलसाड, नाशिक, परभणी, अदीलाबाद, नरसापुर, पारादीप, दिघा,कोलकाता और कृष्णानगर तक पहुँच गई है।
Live status of Lightning and thunder
अगले 24 घंटों के दौरान, पश्चिमी तटों पर मुंबई और कोंकण गोवा से लेकर केरल तक अच्छी मॉनसून वर्षा की संभावना है। मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में भी हल्की से मध्यम बारिश होगी। पूर्वोत्तर भारत में अगले 24 घंटों के दौरान ज्यादातर हिस्सों में मॉनसून व्यापक रूप में सक्रिय रहेगा। इस दौरान इन भागों में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है।
Please Note: Any information picked from here should be attributed to skymetweather.com