जनवरी महीने में देश भर में सामान्य से 63% अधिक वर्षा हुई थी। इसकी तुलना में फरवरी का पहला पखवाड़ा सूखा रहा। हालांकि इस महीने के तीसरे हफ्ते में बारिश हुई जिससे आंकड़े बेहतर हुए हैं। हालांकि इस सुधार के बावजूद बारिश सामान्य से 3% नीचे है।
पिछले सप्ताह देश के कई इलाकों में तापमान में भी तेज बढ़ोतरी देखने को मिली। केरल में अधिकांश जगहों पर कई दिन ऐसे रहे जब अधिकतम तापमान 37 डिग्री को भी पार कर गया। यही वजह है कि दक्षिण भारत के भागों में समय से पहले ग्रीष्म ऋतु ने दस्तक दी है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पश्चिमी राजस्थान ऐसा क्षेत्र है जहां इस सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 35 डिग्री के पार पहुंचा है।
पिछले सप्ताह ही मुंबई में भी गर्मी ने रिकॉर्ड बनाया, जब अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के स्तर पर पहुंच गया। यह सामान्य से 8 डिग्री ऊपर था। यही वजह है कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हीटवेव जैसी स्थितियां बनीं। राष्ट्रीय राजधानी
दिल्ली में फरवरी में शुष्क मौसम का सिलसिला तब ख़त्म हुआ जब 20 फरवरी को कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा दर्ज की गई। तमिलनाडु के अधिकतर हिस्सों में 21 फरवरी को बारिश दर्ज की गई। बढ़ता तापमान और हल्की बौछारों की शुरूआत से ऐसा लगता है जैसे दक्षिण के इस राज्य में प्री-मॉनसून सीज़न का आगाज हो गया है।
उत्तर भारत में आएगी बारिश
उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी राज्यों में इस सप्ताह की शुरुआत तो शुष्क मौसम के साथ होगी लेकिन सप्ताह के मध्य से बदलेगा मौसम। फिलहाल रात का तापमान गिरेगा, जिससे रात और सुबह के समय कुछ सर्दी बढ़ जाएगी। जबकि दिन के तापमान में बढ़ोत्तरी से दिन की गर्मी में इजाफा होगा।
एक पश्चिमी 27 फरवरी को विक्षोभ उत्तर भारत के पहाड़ों पर आएगा। यह सिस्टम पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश में 28 फरवरी से 1 मार्च के बीच बारिश दे सकता है। इसी दौरान पहाड़ों पर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख तथा उत्तराखंड में भी बारिश और बर्फबारी देखने को मिलेगी।
पूर्वी व पूर्वोत्तर वर्षा और ओलावृष्टि
पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में पिछले सप्ताह बारिश का जो क्रम शुरू हुआ था, इस सप्ताह के भी शुरुआती दिनों में जारी रहेगा। बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में मध्यम बारिश के साथ, बादलों की गर्जना होने, बिजली गिरने, तेज हवाएं चलने और ओलावृष्टि होने की भी आशंका है। पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में 24 फरवरी से 27 फरवरी के बीच बारिश का दायरा और बारिश की तीव्रता बढ़ जाएगी। इस दौरान असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा समेत सभी क्षेत्रों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। कुछ स्थानों पर तेज़ वर्षा होने और ओले गिरने की भी आशंका है।
मध्य भारत को भी मिलेगी बारिश
छत्तीसगढ़ और ओडिशा में 24 और 25 फरवरी को भारी बारिश, तेज गर्जना, ओलावृष्टि, तूफानी हवाओं जैसी मौसमी हलचलें देखने को मिलेंगी। इन भागों में 26 फरवरी से मौसम साफ हो जाएगा। इस दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर वर्षा हो सकती है।
दूसरी ओर पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में ज्यादातर जगहों पर मौसम शुष्क रहेगा। इन भागों में शुष्क मौसम के बीच दिन का तापमान बढ़ते हुए 35 डिग्री तक पहुंच जाएगा। हालांकि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में 28 फरवरी से 1 मार्च के बीच बारिश होने और ओले गिरने की संभावना है।
दक्षिण भारत में प्री-मॉनसून जैसा मौसम
दक्षिण भारत में तापमान बढ़ रहा है जिसकी वजह से गर्मी का प्रभाव भी लगातार बढ़ता जा रहा है। तमिलनाडु के तटीय भागों में 24 और 25 फरवरी को हल्की वर्षा होने की संभावना है और धीरे-धीरे केरल की तरफ बारिश का दायरा बढ़ेगा और केरल में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होगी। उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश में 29 फरवरी से 1 मार्च के बीच हल्की बारिश होने की संभावना है।
दिल्ली में बारिश के लिए इंतज़ार
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सप्ताह के शुरुआती तीन-चार दिनों तक मौसम शुष्क और गर्म रहेगा। लेकिन फरवरी के आखिर में यानी सप्ताह के अंत में दिल्ली में कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है।
चेन्नई में गर्मी
चेन्नई में आंशिक बादल पूरे सप्ताह बने रह सकते हैं। अधिकतम तापमान 30 डिग्री के करीब और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री के आसपास रहेगा।
Image credit: The Indian Express
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