इस हफ्ते, सम्पूर्ण उत्तर भारत में बारिश और बर्फबारी का दौर देखा जाएगा जो की लंबे समय तक रहेगा। 25 से 28 नवंबर के बीच जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई। वहीं मैदानी इलाके जैसे कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश देखने को मिली।
इस वर्षा और बर्फबारी के पहले तापमान में वृद्धि देखि गयी, परंतु इन गतिविधियों के बाद उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जाएगी। कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे भी आने की संभावना है।
नॉर्थईस्ट मानसून की गतिविधि विशेष रूप से तमिलनाडु में बढ़ रही हैं, 27 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच बारिश की गतिविधि में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। विशेष रूप से चेन्नई में 30 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच भारी वर्षा की उम्मीद है।
उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश को छोड़कर, अन्य सभी चार उपखंडों अर्थात् तमिलनाडु, केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और रायलसीमा में अच्छी बारिश होगी। भारी बारिश ज्यादातर तमिलनाडु तक ही सीमित रहेगी।
मध्य प्रदेश को छोड़कर, मध्य भारत में ज्यादातर सूखे की स्थिति देखी जाएगी। पश्चिमी मध्य प्रदेश में हल्की बारिश की उम्मीद है, मगर बाकी राज्यों में जैसे महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में शुष्क मौसम की स्थिति बनी रहेगी।
पूर्व और उत्तर पूर्व भारत में रात के तापमान में थोड़ी गिरावट के साथ शुष्क स्थिति देखी जाएगी।
दिल्ली एनसीआर
दिल्ली एनसीआर में 25 से 28 नवंबर के बीच लंबे समय तक बारिश का दौर देखने को मिला। खासकर 26 और 27 के आसपास दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश देखी गयी। इस स्थिति के मद्देनजर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंचने की उम्मीद है।
सप्ताह की पहली छमाही में दिल्ली में वायु की गुणवत्ता बहुत खराब से गंभीर श्रेणी में रही, परंतु बरसात के बाद, हम वायु की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद करते हैं, जो की उस समय 'मध्यम' से संतोषजनक श्रेणी में दर्ज की जा सकती थी।
चेन्नई
हम इस सप्ताह चेन्नई के लिए उत्तर-पूर्व मॉनसून के सक्रिय स्थिति की उम्मीद करते हैं और 28 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच भारी बारिश होने की संभावना है।
फसल सलाहकार
सप्ताह में बारिश की उम्मीद को देखते हुए, फसलों कि सिंचाई से बचें। पत्तेदार सब्जियों की बुवाई के लिए भूमि तैयार करें। यदि गेहूं की बुवाई अभी तक नहीं हुई है, तो इसके लिए भी जमीन तैयार करें।
Image credit: LiveMint
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।