बसंत ऋतु है दिल्ली घूमने का सबसे अच्छा टाइम, घूमे ये 10 जगहें, गर्मी बढ़ने पर नहीं आएगा मजा

April 2, 2024 8:03 PM | Skymet Weather Team

दिल्ली अपनी समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक स्मारकों और जीवंत बाजारों के लिए जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बसंत ऋतु में दिल्ली एक अलग ही रूप धारण कर लेती है है? हवा रंग-बिरंगे फूलों की सुगंध से भर जाती है, जिससे मौसम सुहावना और मनोरम हो जाता है। अब जल्दी से बैग पैक करे और दिल्ली की इन 10 बेहरतरीन जगहों को एक्सप्लोर करने के लिए निकले...

लोधी गार्डन में बने मकबरे फोटो- indiatimes

लोधी गार्डन: बसंत ऋतु मेंदिल्ली का मुगल गार्डन सैर करने के लिए बेस्ट है। 360 एकड़ में फैला यह गार्डन 15वीं शताब्दी में बना था। बसंत ऋतु में पूरा गार्डन खूबसूरत रंग-बिरंगे फूलों से महकता है। यहां आपक फूलों के अलावा पुराने मकबरे, छोटे-छोटे तालाब भी देख सकते हैं। साथ फोटो शूट और रील्स भी बना सकते हैं। स्प्रिंग में परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए अच्छा है। 

लोटस टेम्पल

लोटस टेम्पल: बसंत में लोटस टेम्पल की ट्रिप बेस्ट हो सकती है। लोटस टेम्पल की सुंदरता को देखकर आप हैरान हो जाएंगे। इसकी आधुनिकता और शांति से भरे वातावरण में पर्यटकों के मन को शांति मिलती है। इस टेंपल को देखने क लिए भारत ही नहीं पूरी दुनिया से पर्यटक आते हैं। यहां की सबसे खास बात है कि मंदिर में कोई मूर्ति नहीं है और न ही किसी तरह की पूजा-पाठ होती है। लेकिन, लोटस टेंपल में चारों धर्म के लिए लोग एक साथ प्रार्थना कर सकते हैं। लोटस टेम्पल का निर्माण 1986 में हुआ था। टेंम्पल 27 संगमरमर की पंखुड़ियों से बना है, जिसमें 9 कक्ष है और सेंट्रल हॉल का फर्श भी मार्बल से बना हुआ है। मंदिर के गेट पर मनमोहक फूलों का बगीचा और तालाब हैं।

अमृत उद्यान ( मुगल गार्डन )

मुगल गार्डन: दिल्ली के मुगल गार्डन को अब अमृत उद्यान के नाम से जाना जाता है। 15 एकड़ में फैला मुगल गार्डन में कई प्रकार के फूल, फव्वारे, और विभिन्न पेड़-पौधे देखने को मिलते हैं। जिनमें गुलाब, ट्यूलिप, गेंदा और सूरजमुखी शामिल हैं। यहाँ कई तरह के पेड़-पौधे भी हैं, जिनमें देवदार, अशोक और बरगद शामिल हैं। यह गार्डन अपनी सुंदरता और शांति के लिए जाना जाता है। मुगल गार्डन फरवरी से मार्च महीने में बसंत ऋतु के दौरान ही खुलता है। 

अक्षरधाम फोटो:Canva

अक्षरधाम: अगर आप अभी तक एक बार भी अक्षरधाम नहीं गए हैं, तो समय सबसे बेहतर है। क्योंकि बसंत ऋतु में अक्षरधाम मंदिर घूमने का अनुभव अनोखा होता है। यह विशाल मंदिर सनातन धर्म की कहानी सुनाता है। 100 एकड़ से ज्यादा में फैला मंदिर बहुत ही ज्यादा खूबसूरत है। यहां सुंदर बगीचे, छोटी झील और आर्कषित करने वाली मूर्तियाँ है। इस मंदिर के स्तंभों पर हुई नक्काशी तो कमाल की है। आप यहां प्रदर्शन में हिस्सा लेकर नाव की सवारी और शाम को म्यूजिकल फव्वारा शो देख सकते हैं।

नेशनल रोज गार्डन फोटो:Canva

नेशनल रोज गार्डन: यह गार्डन 30 एकड़ में फैला हुआ है और यहां आपको 1000 से अधिक किस्मों के गुलाब देखने को मिलेंगे। बसंत ऋतु में हरे-भरे बगीचे का आनंद लेने के लिए नेशनल रोज गार्डन घूमें। बसंत में यह बगीचा ज्यादा खूबसूरत हो जाता है। क्योंकि, यहां गुलाबी, हरा, सफेद, नारंगी, लाल गुलाब के साथ काला गुलाब भी देखने को मिलता है, जो यहां की खासियत है। यह गार्डन भी सिर्फ दो महीने फरवरी औऱ मार्च में खुलता है। मुख्य आकर्षण यहां का कमल का तालाब है।

लालकिला

लालकिला: लालकिला, दिल्ली का गर्व और शान है। लाल किला न केवल भारतीयों बल्कि विदेशियों के बीच भी लोकप्रिय है। तापमान बढ़ने से पहले आप परिवार और बच्चों के साथ लाल किला घूमने आ सकते हैं। क्योंकि, दिल्ली में भीषण गर्मी होती है, जिसमें घूमना आपको परेशान कर सकता है। वहीं, बारिश के मौसम में ह्यूमिडिटी से पर्यटकों का बुरा हाल हो जाता है। बता दें, लाल किला विश्व की सबसे बड़ी और पुरानी धरोहरों में से एक है। बलुआ पत्थर से बनी किले की संरचना और मंडपों की डिजाइन पर्यटकों को खूब भाती है। किले में सुंदर बगीचे भी बने हुए है, जहां आप दोस्तों और परिवार के साथ फोटो ले सकते हैं। लाल किले में खास महल, मुमताज महल और रंग महल खास तौर पर देखने लायक हैं।

कमला नेहरू रिज फोटो: एक्स (सोशल मीडिया)

कमला नेहरू रिज: बसंत ऋतु में आपको अगर हरे-भरे जंगल का आनंद लेना है, तो यहां जा सकते हैं। यह दिल्ली का सबसे बड़ा पार्क है, जिसे 1969 में बनाया गया था। लोगों की भीड़-भाड़ से दूर शांति के आप इस गार्डन में आ सकते हैं। यहां आपको विशाल पेड़-पौधे और रंग-बिरंगे फूलों का नजारा देखने को मिलेगा। तरह-तरह के पक्षियों की आवाज से यहा शाम सुहावनी हो जाती है। पार्क में तलाब, फव्वारे और एक छोटा से चिड़ियाघर भी है।

हौजखास विलेज

हौजखास: हॉजखास विलेज और डियर पार्क आपको एक बेहतरीन अनुभव देगा। यहां आपको खाने-पीने के साथ-साथ खूबसूरत मौसम और मनोरंजन का भी आनंद मिलेगा। दिल्ली का हौज खास विलेज एक ऐसी जगह है, जहां मॉर्डेनिटी और क्रिएटिविटी का मिश्रण देखने को मिलता है। यहां आकर आप अच्छी और खूब यादें बना सकते हैं। दिल्ली की नाइट लाइफ को एजॉय करने के आप यहां जा सकतें है। शाम होते ही इस विलेज में युवाओं की भीड़ दिखने को मिलती है। हौजखास के अनुठे पब, कैफे और रेस्तरा यंग पर्यटकों की पहली पसंद है।

कुतुब मीनार फोटो: Canva

कुतुब मीनार: दिल्ली के इतिहास और शान को प्रकट करता है कुतुब मीनार। इसकी ऊँचाई और शैली आपको आकर्षित करेगी। मीनार के आसपास का क्षेत्र खुला होने के कारण धूप में घूमना थोड़ा कठिन हो जाता है। बसंत ऋतु में न ज्यादा गर्मी होती है और न ज्यादा ठंड। शाम को आप यहा लाइट एंड साउंड शो का भी आनंद ले सकते हैं।

हुमायूं का मकबरा फोटो: Canva

हुमायूं का मकबरा: दिल्ली का हुमायं का मकबरा, मुगल वास्तुकला का एक अद्वितीय उदाहरण है। इसका शानदार आर्किटेक्टर और प्राचीन विरासत आपको आकर्षित करेगी। हुमायूं का मकबरा हमीदा बेगम ने अपने पति की मृत्यु के बाद उनकी याद में 16वीं शताब्दी में बनवाया था। जिस बनने में 8 साल और 1.8 मिलियन खर्च हुए थे। बता दें, हुमायूं का मकबरा का डिजाइन और वास्तुकला एक जैसी है। हुमायूं का मकबरा को मुगल छात्रावास भी कहा जाता है। इस परिसर के अंदर 100 मकबरे हैं और बाहरी नजारा बहुत ही सुंदर है। हुमायूं की कब्र मकबरे के सेंटर में बनी हुई है और इसके बगल के कमरों में हुमांयू की दोनों पत्नियों और अन्य मुगलों की कब्रें है।

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