पिछले कुछ दिनों से पूरे देश में लक्षद्वीप पर चर्चा हो रही है। सोशल मीडिया पर हर कोई लक्षद्वीप की तुलना मालदीव से कर रहा है, लक्षद्वीप 36 द्वीपों के समूह से बना हुआ है। यहां के नजारे इनते खूबसूरत है कि किसी को हैरान कर दे। यहां कोसो दूर तक फैला क्रिस्टल क्लियर नीला समुंद्र का पानी शांति का एहसास देता है। पीएम मोदी ने लक्षद्वीप की यात्रा कर देशवासियों को यहां घूमने की सलाह दी है। अगर आप लक्षद्वीप जान की सोच रहे हैं, तो जान ले यहां पहुंचने का आसान रास्ता कौन सा है? जो सस्ता भी है और बिना किसी परेशानी के जल्दी से परमिट मिल जाएगा।
लक्षद्वीप जाने का सही समय: ऐसे तो लक्षद्वीप पूरे साल घूमने की जगह है। दुनिया भर के पर्यटक छोटे-छोटे द्वीपों की प्राकृतिक सुंदरता और शांत संमुद्र को देखने के लिए आते हैं। लेकिन सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च तक है। इस समय आप यहां सुखद मौसम और समुद्री जीवन का आनंद ले सकते हैं। मार्च से मई के महिने में यहा का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस 35 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। इस समय यहा गर्मी रहती है। जून से अगस्त के महिने मानसून के होते हैं। इस दौरान लक्षद्वीप में काफी बारिश होती है। सितंबर से फरवरी के महिने में भी यहां घूमा जा सकता है।
लक्षद्वीप जाने का आसान रास्ता: आप पानी के जहाज और फ्लाइट दोनों से लक्षद्वीप पहुंच सकते हैं. लेकिन, जहाज और फ्लाइट दोनों के लिए आपको पहले केरल के कोच्चि पहुंचना होगा। क्योंकि लक्षद्वीप पहुंचने का एक मात्र गेटवे केरल का कोच्चि शहर ही है। केरल के लिए आप भारत के किसी भी कोने से सीधे फ्लाइट या ट्रेन ले सकते हैं। कोच्चि पहुंचने के बाद से आप अगत्ती द्वीप के लिए फ्लाइट ले सकते हैं, जोकि लगभग डेढ़ घंटे की है। इसके अलावा पानी के जहाज से भी कोच्चि से लक्षद्वीप पहुंचा जा सकता है।
लक्षद्वीप प्रशासन की वेबसाइट पर अगत्ती और बंगाराम द्वीप के लिए कोच्चि फ्लाइट्स मिलती हैं। लेकिन, ऑनलाइन सर्च करने पर कोच्चि से सिर्फ अगत्ती के लिए फ्लाइस मिलेगी।अगत्ती द्वीप पर केवल एक ही हवाई पट्टी है। अक्टूबर से मई के महिने में लक्षद्वीप प्रशासन के मुताबिक अगत्ती से कवरत्ती द्वीप के लिए बोट्स मिलती हैं। वहीं, मानसून में अगत्ती द्वीप से कवरत्ती तक हेलिकॉप्टर की सुविधा है। बता दें, कुछ एयरलाइन कंपनियां सीधे लक्षद्वीप के लिए फ्लाइट सुविधा देती हैं। दिल्ली से लक्षद्वीप की फ्लाइट का किराया एक तरफ से 10 हजार रुपए से शुरू होता है।
ऐसे मिलेगा आसानी से परमिट: भारत कुछ ऐसी संवेदनशील या संरक्षित जगह है, जहां जाने के लिए पर्यटकों को प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ती है। लक्षद्वीप भी उन जगहों में से एक है। कोच्चि पहुंचने के बाद आपको सबसे पहले लक्षद्वीप के लिए परमिट लेना होगा। कोच्चि के विलिंगटन आइलैंड क्षेत्र में लक्षद्वीप प्रशासन का ऑफिस है, जहां परमिट के लिए अप्लाई करना होगा। बता दें, यात्रा शुरू करने से पहले आप परमिट के लिए ऑनलाइन भी अप्लाई कर सकते हैं।
पहले से करे अप्लाई: परमिट के लिए अप्लाई करने के लिए यात्रा की तारीख, द्वीप और दस्तावेजों को अपलोड करना होगा। परमिट 30 दिन के लिए होता है, जिसकी फीस 300 रुपए है। एयरपोर्ट पर भी आपकों 300 रुपए ग्रीन टैक्सी के देने होते हैं। इसके अलावा दूसरे तरीके में लक्षद्वीप प्रशासन की बेवसाइट से परमिट के आवेदन फॉर्म को डाउनलोड कर ले, फिर फॉर्म को भरकर कलेक्टर के ऑफिस में जमा दें। इस तरीके में समय ज्यादा लग सकता है, इसीलिए बेहतर होगा यात्रा प्लान करने के साथ ही परमिट के लिए अप्लाई कर दें।
यात्रा के दौरान सुझाव: लक्षद्वीप यात्रा के दौरान पर्यटक अपनी आईडी प्रूफ, पासपोर्ट साइज फोटो और परमिट अपने पास जरूर रखें। क्योंकि परमिट लक्षद्वीप पहुंचने पर पुलिस स्टेशन या प्रशासन के दफ्तर में जमा करवाना होगा। वहीं, ये भी हो सकता है स्कूब डाइविंग, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी या फिर किसी अन्य एक्टिविटी के लिए अनुमति लेनी हो।
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