30 मई मौसम पूर्वानुमान: केरल और कर्नाटक में अच्छी मॉनसून वर्षा; दिल्ली में चलेगी आँधी

May 29, 2018 5:53 PM | Skymet Weather Team

 

सोमवार को केरल में आगमन के बाद दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2018 अपनी धुन में आगे बढ़ रहा है। इस समय मॉनसून की उत्तरी सीमा दक्षिण-पूर्वी अरब सागर, कन्नुर, कोयंबटूर, कोडईकनाल, तूतीकोरिन और मध्य-पूर्व बंगाल की खाड़ी से गुज़र रही है।

स्काइमेट के अनुसार अगले 24 से 48 घंटों में मॉनसून कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ और भागों, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्वी हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में पहुँच सकता है।

इस बीच अरब सागर में बना गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है।

हालांकि कर्नाटक और केरल पर बनी ट्रफ के प्रभाव से केरल, कर्नाटक और दक्षिणी कोंकण गोवा क्षेत्र में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

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तमिलनाडु और रायलसीमा में बारिश में कमी आएगी। दूसरी ओर तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में कुछ स्थानों पर प्री-मॉनसून वर्षा होने की संभावना है।

अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप में अगले 24 घंटों तक अच्छी वर्षा जारी रह सकती है।

मॉनसून जल्द ही पूर्वोत्तर राज्यों में भी पहुँचने वाला है। बंगाल की खाड़ी में बना गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र आगे बढ़ते हुए म्यांमार के तटों तक पहुँच गया है। अनुमान है कि मणिपुर, मिज़ोरम, नागालैंड, पूर्वी असम और अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर अच्छी वर्षा हो सकती है।

शेष पूर्वोत्तर राज्यों, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में कुछ स्थानों पर प्री-मॉनसून बारिश होने की संभावना है। ओड़ीशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में भी एक-दो स्थानों पर वर्षा हो सकती है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा।

मध्य भारत में लू का प्रकोप कई जगहों पर बना रहेगा। विशेषकर मध्य प्रदेश और राजस्थान के अधिकतर हिस्से लू की चपेट में रहेंगे। जबकि विदर्भ, मराठवाड़ा और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में गरज के साथ हल्की वर्षा हो सकती है जिससे विदर्भ में लू से राहत मिलेगी।

मध्य महाराष्ट्र में बारिश बढ़ेगी। मॉनसून के इंतज़ार में मायानगरी मुंबई में जल्द ही अच्छी प्री-मॉनसून बारिश होने की संभावना बन रही है।

आखिर में उत्तर भारत के मौसम का हाल....

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जम्मू कश्मीर के पास बना पश्चिमी विक्षोभ कमजोर है जिससे कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में कोई मौसमी हलचल नहीं दिखेगी।

पंजाब और आसपास के भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम से एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश के मध्य भागों तक बनी है।

इससे मैदानी राज्यों में पूर्वी आर्द्र हवाएँ चल रही हैं। अनुमान है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में एक-दो स्थानों पर धूलभरी आँधी चलने और बादलों की गर्जना होने की संभावना है।

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