पिछले हफ्ते तूफान डाना ओडिशा तट से गुजरा, जिसके बाद ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। यह तूफान बहुत दूर तक नहीं गया और ओडिशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड के ट्राइजंक्शन पर कहीं-कहीं कमजोर होकर कम दबाव क्षेत्र में बदल गया। इस मौसम प्रणाली के दूर के हिस्से चक्रवाती परिसंचरण के रूप में अभी भी क्षेत्र में सक्रिय हैं। इस कारण ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और आसपास के बिहार और झारखंड में हल्की से मध्यम बारिश जारी है।
ओडिशा के तटीय क्षेत्र में प्रभाव: ओडिशा के तटीय क्षेत्र में चक्रवाती परिसंचरण मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। इस प्रणाली को बंगाल की पूर्वी खाड़ी में स्थित प्रतिचक्रवात से समर्थन मिल रहा है। इनके संयुक्त प्रभाव के कारण छिटपुट बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ रही हैं, जो इस मौसम के लिए सामान्य नहीं मानी जा रही हैं। यह मौसम गतिविधि अगले 2-3 दिनों तक जारी रहने की संभावना है और हल्की बारिश का सिलसिला चलता रहेगा।
इन 2 राज्यों में 30 अक्टूबर तक तेज बारिश: 28 से 30 अक्टूबर के बीच ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मौसम गतिविधि (बारिश, तेज हवाएं) की तीव्रता और प्रसार अधिक होगा। हल्की वर्षा के साथ बादलों से ढका आसमान बिहार और झारखंड के हिस्सों को छूता हुआ, विदर्भ के पूर्वी हिस्सों और पूर्वी मध्य प्रदेश तक फैलेगा बाद में 31 अक्टूबर से 02 नवंबर के बीच गतिविधि (बारिश0 पूर्वी राज्यों में सिकुड़ जाएगी और मध्य भागों तक फैलेगी। विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में यह बेमौसम बारिश जारी रहेगी।
पूरे क्षेत्र में तापमान और मौसम में सुधार: पूर्वी और मध्य भागों में न्यूनतम तापमान मध्य 20°C के आसपास बना हुआ है। ओडिशा सबसे गर्म राज्य है, जहां न्यूनतम तापमान 26°-27°C के आसपास है। छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड में न्यूनतम तापमान 23°-24°C के आसपास है, जो ओडिशा से थोड़ा कम है। 4 नवंबर के बाद पूरे क्षेत्र में मौसम की स्थिति में बड़े पैमाने पर सुधार की संभावना है।