राजस्थान का रेगिस्तानी इलाका पिछले कुछ दिनों से आग की चपेट में है। बाड़मेर, जैसलमेर, फलोदी, बीकानेर की सीमा चौकियाँ 49°-50°C के अत्यधिक तापमान में तप रही हैं। फलौदी में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस और बाडमेर में तापमान 49 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। राजस्थान में सप्ताहांत तक भीषण गर्मी जारी रहने की संभावना है। उसके बाद थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
पश्चिम राजस्थान में अधिक गर्मी: गर्मी के पैटर्न में कुछ बदलाव लाने के लिए उत्तरी भागों से कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं गुजर रहा है। ताप कम(हीट लो) बना हुआ है, लेकिन किसी भी प्रणाली के नहीं होने पर एक्टिव नहीं है। हीट लो के साथ सूखा चक्रवाती परिसंचरण लगातार गर्मी जमा कर रहा है, जिससे पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। फिलहाल राजस्थान में भीषण गर्मी की लहर जारी रहेगी। वहीं, राज्य के पूर्वी हिस्से की तुलना में आधे पश्चिमी हिस्से में अधिक गर्मी और नुकसान होगा।
पाकिस्तान में पारा 50 पार: वहीं, सीमा पार भी बहुत गर्मी है। पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में सीमा चौकियों की तुलना में ज्यादा बार तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच गया है। सिंध (पाकिस्तान) के जैकोबाबाद में कल (26 मई) को तापमान 52°C तक पहुंच गया। कुछ अन्य स्थान भी 50°C का आंकड़ा पार कर रहे हैं, जैसे- खानपुर में 50.2°C, पैड इदान में 50°C, सिबी में 50°C और रोहरी में49.4°C तापमान रहा। हवा का पैटर्न उत्तर-पश्चिम से पश्चिम की ओर है। यह दमनकारी गर्मी सीमा चौकियों तक पहुंच रही है। गर्मी का प्रकोप राज्य के मध्य और पूर्वी भागों तक भी बढ़ रहा है।
कुछ राहत के बाद फिर चढ़ेगा पारा: 30-31 मई के आसपास मध्य पाकिस्तान और इससे सटे पश्चिमी राजस्थान के हिस्सों पर एक चक्रवाती परिसंचरण आने की संभावना है। परिसंचरण की गहराई औसत समुद्र तल से लगभग 5,000'-7000' तक बढ़ सकती है। यह शक्तिशाली विशेषता अरब सागर से उत्तर गुजरात और दक्षिण राजस्थान तक तेज़ दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ खींचेगी। इस पैटर्न से क्षेत्र में कोई आंधी/धूल भरी आंधी नहीं चल सकती है, लेकिन दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ इस क्षेत्र में नमी की मात्रा बढ़ा देंगी। राज्य के दूरवर्ती क्षेत्रों में धूल भरी हवाएँ चलने की संभावना है। आर्द्रता(humidity) के स्तर में वृद्धि अत्यधिक गर्मी को अवशोषित कर लेगी, भले ही आंशिक रूप से। 31 मई 2024 और उसके बाद तापमान में 4°-6°C के बीच गिरावट की संभावना है। वहीं, मामूली राहत 31 से 03 जून के बीच 3-4 दिनों तक रह सकती है।अगले सप्ताह एक बार फिर पारा चढ़ेगा।