दिल्ली में 26 से 30 मई 2024 के बीच लगातार 5 दिनों तक गर्मी की लहर दर्ज की गई। इस अवधि के दौरान पारा 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा। साथ ही, इस सीज़न का उच्चतम तापमान और पिछले 79 सालों का सबसे अधिक तापमान 46. 8°C, 27 मई 2024 को दर्ज किया गया था। बता दें, दिल्ली शहर ने पिछले एक दशक या उससे भी ज्यादा समय में 40°C और इससे अधिक तापमान बने रहने का का सबसे लंबा दौर दर्ज किया है।
40°C तापमान का लंबा दौर: सफदरजंग बेस वेधशाला ने 13 से 30 मई 2024 के बीच 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया था। आज 31 मई की सुबह 10.30 बजे से पहले ही तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है और दोपहर में 45 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तक पहुंचने की संभावना है। इस तरह दिल्ली में मई 2024 के महीने में 40°C और उससे अधिक तापमान का सबसे लंबा दौर देखने को मिलेगा।
1944 में दर्ज सबसे अधिक तापमान: पिछले दस सालों में, सफदरजंग वेस वेधशाला ने सबसे अधिक तापमान 27 मई 2020 को 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था। इस वेधशाला ने 4 सालों 2015, 2018, 2020, 2022 में 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया था। वहीं, अब तक का सबसे अधिक तापमान 29 मई 1944 को 47.2°C दर्ज हुआ था।
ऐसी बन रही मौसम प्रणाली: पहाड़ों पर एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ आ गया है। साथ ही उत्तरी राजस्थान और इससे सटे पाकिस्तान क्षेत्र पर एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। यह विशेषता पूर्व की ओर बढ़ेगी, फिर उत्तरी राजस्थान और इससे सटे पंजाब-हरियाणा के हिस्सों पर स्थित हो जाएगी। इस मौसम प्रणाली से दिल्ली के पास एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा चलेगी। पहले से एकत्रित गर्मी और यह ट्रफ मिलकर प्री-मानसून बारिश शुरू कर देंगे।
दिल्ली में प्री-मानसून बारिश: दिल्ली में 31 मई से 04 जून 2024 के बीच प्री-मॉनसून वर्षा शुरू हो जाएगी। तेज हवाओं के साथ आँधी या धूल भरी आँधी चलने की काफी संभावना है। मौसम की अधिकांश गतिविधियाँ दिन के आखिरी घंटों में होंगी। इसलिए मौसम की गतिविधि (बारिश, आँधी, तेज हवाएं) के बावजूद तापमान 40 डिग्री से ऊपर बढ़ता रहेगा। सप्ताहांत पर तापमान में मामूली गिरावट की उम्मीद है। हालाँकि, अगले सप्ताह के मध्य और बाद में लू की स्थिति फिर से बनेगी।