जनवरी 2024 के महीने में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली शुष्क रही। आज 31 जुलाई की रात को संभावित बारिश को 01 फरवरी 2024 में गिना जाएगा। मानदंडों के अनुसार, दिन में सुबह 8.30 बजे के बाद होने वाली बारिश को अगले दिन में गिना जाता है। वहीं, सफदरजंग बेस वेधशाला में कोई भी औसत दर्जे की बारिश दर्ज नहीं हुई और यह 24 जनवरी को 'ट्रेस' तक ही सीमित हो गई। इस दौरान रिकॉर्ड स्टेशन सफदरजंग पर बहुत हल्की बारिश हुई थी। वहीं, पालम स्थित हवाईअड्डे की वेधशाला ने बारिश का कोई निशान दर्ज नहीं किया और पूरे महीना बिना पानी के सूखा ही बना रहा। एनसीआर के कुछ हिस्सों में 24 जनवरी को बारिश दर्ज की गई थी, जिससे पूरा महिना बारिश नहीं होने के धब्बे से बच गया।
सर्दियों में जनवरी और फरवरी सबसे ज्यादा बारिश वाले महीने हैं। इनमें से हर एक में औसतन लगभग 20 मिमी वर्षा होती है। सफदरजंग और पालम की रिकॉर्ड वेधशालाओं के लिए जनवरी बारिश रहित रहा। 8 सालों के बाद दोबारा से ड्रॉप लेस जनवरी हुई है, क्योंकि 2016 में भी जनवरी इसी ट्रैक पर थी। पिछले 20 सालों में यह दूसरी बार है जब दिल्ली सर्दियों के सबसे ज्यादा बारिश वाले महिनों में पूरी तरह से बिना बारिश के रह गई। ऐसा ही साल 2004 में भी रिकॉर्ड किया गया था। पिछले दो दशकों में जनवरी 2022, 88.1 मिमी बारिश के साथ सबसे अधिक बारिश वाला साल बन गया है। इसके बाद जनवरी 2021 में 57 मिमी और जनवरी 2019 में 55 मिमी की मासिक बारिश हुई थी। इस कारम जनवरी 2021 दूसरे और जनवरी 20219 तीसरे स्थान पर है।
बता दे, लगातार शुष्क मौसम का कारण सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का नहीं होना है। हल्की मौसम प्रणाली के कारण पहाड़ों पर हल्की बारिश हुई और केवल ऊंचाई वाले इलाकों में ही बर्फबारी हुई। वहीं, राजधानी समेत उत्तर भारत के मैदानी इलाके बारिश से वंचित रहे। प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण, जो सर्दियों की बारिश का मुख्य कारण होता है, अब तक पूरी तरह से गायब था। पहाड़ों और मैदानों दोनों में जनवरी महीने में 98-100% तक भारी बारिश की कमी दर्ज की गई है।
दिल्ली/एनसीआर में अब पहली शीतकालीन बारिश के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल होती जा रही हैं। कभी भी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं, जो सूखे की स्थिति को कुछ हद तक कम कर देंगी। इसके साथ ही तेज हवाओं के साथ बिजली चमकने और गरज के साथ बारिश भी हो सकती है। मौसम की गतिविधियां कल यानि 1 फरवरी तक जारी रहेंगी, इसके बाद 2 फरवरी को बारिश पर ब्रेक लग जाएगा। इसके बाद दिल्ली और उपनगरों में 3 और 4 फरवरी को एक बार फिर सा बारिश आ सकती है। हालांकि, यह पहले के मुकाबले में हल्की होगी। इस दौरान दिन में पारे का स्तर 2-3 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है। अगले 3-4 दिनों तक न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब 6-8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।
फोटो क्रेडिट: एनडीटीवी