भारतीय समुद्र में पिछले 5 सालों से अप्रैल में कोई भी प्री-मानसून तूफान नहीं आया

April 30, 2024 7:03 PM | Skymet Weather Team

अप्रैल और मई में भारतीय समुद्र में प्री-मॉनसून उष्णकटिबंधीय तूफान बनते हैं। इनमें से कुछ जून के बीच तक आते हैं, जब तक कि प्रायद्वीपीय(दक्षिण) भारत में मानसून मजबूत नहीं हो जाता। पिछले साल 2023 में ऐसा ही एक तूफान 'बिपरजॉय'(जो बहुत ही ज्यादा भीषण चक्रवाती तूफान था) जून में अरब सागर के ऊपर उठा था और 16 जून 2023 को नलिया को पार करते हुए अपनी पूरी ताकत के साथ गुजरात तट से टकराया था।

चक्रवाती तूफान मोका

मई में ज्यादा तूफान: अप्रैल की तुलना में मई में प्री-मानसून तूफान अधिक आते हैं। साथ ही, अरब सागर की तुलना में बंगाल की खाड़ी के ऊपर इनकी संख्या अधिक होती है। अप्रैल के महीने में  बंगाल की खाड़ी के ऊपर तूफान 8°N और 13°N के बीच और 85°E के पूर्व में बनते हैं। मुख्य रूप से  ये बंगाल की दक्षिणपूर्वी खाड़ी और अंडमान सागर से निकलते हैं। ये तूफ़ान शुरू में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हैं, फिर म्यांमार और बांग्लादेश की ओर बढ़ते हैं। हालांकि, कुछ अपवाद भी हैं, क्योंकि तूफान नियमों का उल्लंघन करने के लिए जाने जाते हैं। बता दें, तूफान सामान्य ट्रैक से भटक जाते हैं और समयसीमा को भी ख़राब कर देते हैं। अरब सागर के ऊपर से उठने वाले तूफान भी इसी रास्ते पर चलते हैं, पहले उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हैं। उसके बाद गुजरात से लेकर पाकिस्तान और ओमान-यमन से लेकर सोमाली तट तक की पूरी तटरेखा हमले के लिए खुली होती है।

2019 में आया था तूफान: पिछले 5 सालों से अप्रैल महीने में भारतीय समुद्र में कोई तूफ़ान नहीं बना है। रिकॉर्ड के अनुसार, आखिरी बार अप्रैल 2019 में बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान 'फानी' था। फानी एक कैट-वी समकक्ष तूफान था, जो 26 अप्रैल 2019 को बना था। यह चक्रवात एक लंबी समुद्री यात्रा करते हुए 3 मई को पूरी को पार करने के बाद ओडिशा के पास तट से टकराया था।

सिर्फ आए तीन तूफान: वहीं, साल 2020 और 2024 के बीच, समुद्र तट के दोनों ओर  और अप्रैल महीने में कोई तूफान नहीं आया है। साल 2009 के बाद से अप्रैल में केवल तीन चक्रवात भारतीय समुद्र के ऊपर बने थे, तीनों तूफान बंगाल की खाड़ी के ऊपर हुए। तूफान 'बिजली'-2009, 'मरुथा'-2017 और 'फानी'-2019 बंगाल की खाड़ी के ऊपर आए और क्रमशः बांग्लादेश, म्यांमार और भारत से टकराए थे। फानी की तुलना में बिजली और मारुथा हल्के तूफान थे।

नहीं बन रही तूफान की स्थिति: मई का महीना भारतीय क्षेत्र के लिए चक्रवातों से अधिक परिचित है। पिछले साल 2023 में बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान 'मोचा' आया था। लंबी समुद्री यात्रा के बाद तूफान म्यांमार की ओर बढ़ गया और 14 मई 2023 को सितवे के पास तट को पार कर गया। मई के पहले पखवाड़े के दौरान भारतीय समुद्र में किसी भी चक्रवात के लिए परिस्थितियाँ बनती नहीं दिखा रही हैं। मई के दूसरे पखवाड़े में चक्रवाती तूफान(यदि कोई हो) तो क्रॉस इक्वेटोरियल प्रवाह को परेशान करने के साथ टकराता है, जो मानसून के शुरुआत होने का संकेत होता है।

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